ईरान-इजराइल युद्ध से महंगा हुआ खजूर, सेब और कीवी
लखनऊ, 16 जून (एजेंसियां)। ईरान-इजराइल युद्ध का असर लखनऊ की मंडियों में दिखने लगा है। ईरानी कीमिया खजूर, सेब और कीवी के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। थोक व्यापारी बताते हैं कि स्टॉक सीमित है और अगर युद्ध लंबा चला, तो दाम और बढ़ सकते हैं।
सीतापुर रोड स्थित नवीन कृषि मंडी में खजूर के थोक व्यापारी संदीप गुप्ता ने बताया कि ईरान से काफी मात्रा में खजूर देश में आता है। ईरान के कीमिया खजूर की लखनऊ समेत प्रदेश के लगभग सभी शहरों में सबसे ज्यादा डिमांड है। ईरान में इस वर्ष कीमिया खजूर की पैदावार बहुत अच्छी नहीं हुई। इसके चलते इसकी आवक घटी है। मांग ज्यादा और आपूर्ति कम होने से इसके भाव पहले से बढ़े हुए हैं। डेढ़ महीने पहले छह किलो कीमिया खजूर की पेटी के दाम 1200 रुपए थे, जो अब बढ़ कर 1600 रुपए हो गए हैं। 500 ग्राम के प्लास्टिक डिब्बे में पैक कीमिया खजूर का दाम भी 140 रुपए से बढ़ कर 200 रुपए प्रति डिब्बा हो गया है। इसके आयात का मुख्य सीजन अक्तूबर से अप्रैल तक रहता है। वर्तमान में मुंबई समेत अन्य कई स्थानों पर स्टोर में रखे ईरान के खजूर ही बाजार में आ रहे हैं। युद्ध लंबा चला तो दाम और बढ़ सकते हैं।
लखनऊ फल-सब्जी विक्रेता संघ के अध्यक्ष आशीष कंधारी ने बताया कि ईरान से सेब और कीवी दोनों ही फल आते हैं। ईरान से आयात का इसका सीजन करीब एक महीने पहले समाप्त हो चुका है। ईरान के सेब और कीवी में शुगर लेवल अन्य देशों से आने वाले सेब और कीवी से अधिक होता है। जिसकी वजह से यह जल्दी पक जाता है। खराब होने का खतरा भी अधिक रहता है। एक महीने पहले तक यह मार्केट में आ रहा था। तब यह 100 रुपए प्रति किलो तक बिका। अब यह मार्केट में नहीं है। अन्य कई देशों के सेब मार्केट आ रहे हैं, लेकिन वह भी कम मात्रा में। जिसकी वजह से अच्छे सेब के दाम 200 रुपए प्रति किलो तक थोक में पहुंच गए हैं। कीवी के दाम में भी 25 फीसदी तक इजाफा हुआ है। जब तक ईरान का सेब व कीवी मार्केट में रहता है, भाव नियंत्रित रहते हैं।
व्यापारियों का मानना है कि कुछ स्थानों पर कोल्ड स्टोरों में ईरान का सेब और कीमिया रखा हो सकता है। युद्ध लंबा चला तो ईरान से उसके आने की संभावना न के बराबर होगी। ऐसे में इसके दाम बढ़ेंगे। व्यापारियों ने बताया कि इन फलों के बढ़े भाव का असर बिक्री पर भी पड़ा है। सभी की बिक्री घट कर करीब चालीस फीसदी रह गई है।