यूपी का सातवां संचालित एक्सप्रेस-वे बना गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे

यूपी का सातवां संचालित एक्सप्रेस-वे बना गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे

गोरखपुर20 जून (एजेंसियां)। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों लोकार्पित हुआ गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश का सातवां संचालित एक्सप्रेस-वे बना। इन सात में से पांच का निर्माण योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद बीते आठ साल में हुआ है। वर्तमान में तीन एक्सप्रेस-वे निर्माणाधीन हैं जबकि आठ नए एक्सप्रेस-वे का निर्माण होना प्रस्तावित है।

योगी सरकार में उत्तर प्रदेश की पहचान एक्सप्रेस-वे प्रदेश के रूप में भी सुदृढ़ हो रही है। 2017 के पहले तक यूपी में सिर्फ दो एक्सप्रेस-वे संचालित थे। जबकि योगी सरकार ने अपने अब तक के आठ साल में पांच नए एक्सप्रेस-वे संचालन योग्य बना दिए हैं। संचालन के लिए लोकार्पित होने वाले एक्सप्रेस-वे की सूची में नया जुड़ा नाम गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का है। यूपी देश में सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे वाला राज्य बन चुका है। ये एक्सप्रेस-वे प्रदेश के विकास को रफ्तार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

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रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए कठिन माने जा रहे क्षेत्र में बने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे को सीएम योगी के दृढ़ संकल्प का एक्सप्रेस भी कहा जा रहा है। यह एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की भी सौगात लाया। शानदार रोड कनेक्टिविटी मिलना सुनिश्चित होने से लिंक एक्सप्रेस-वे का किनारा निवेशकों की खास पसंद बन गया। एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण होने के पहले ही यहां चार इंडस्ट्रियल यूनिट्स में उत्पादन हो रहा है। जबकि कुछ बड़ी यूनिट्स की स्थापना के लिए भूमि आवंटन हो चुका है और कई को जल्द उनकी मांग के अनुसार जमीन उपलब्ध हो जाएगी।

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गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के किनारे गीडा (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) ने अपने महत्वपूर्ण इंडस्ट्रियल सेक्टर्स विकसित किए हैं। लिंक एक्सप्रेस-वे के किनारे ही गीडा ने 88 एकड़ क्षेत्रफल में उत्तर प्रदेश का पहला प्लास्टिक पार्क बनाया है। इसमें प्लास्टिक उत्पाद की 92 इकाइयों हेतु विभिन्न क्षेत्रफल के आवंटन हेतु उपलब्ध भूखंडों में से करीब पांच दर्जन भूखंडों का आवंटन किया जा चुका है। प्लास्टिक पार्क में कुछ यूनिट्स में उत्पादन शुरू हो चुका है। इसमें 96 करोड़ रुपए का निवेश करने वाली प्लास्टिक पैकेंजिंग की प्रमुख कंपनी टेक्नोप्लास्ट पैकेंजिंग प्राइवेट लिमिटेड17 करोड़ रुपए का निवेश करने वाली ओम फ्लैक्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और 7 करोड़ रुपए का निवेश करने वाली गजानन पॉलीप्लास्ट शामिल हैं। प्लास्टिक पार्क में केंद्रीय पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एवं तकनीक संस्थान (सीपेट) का स्किल ट्रेनिंग सेंटर और सीएफसी कामन फसिलिटी सेंटर) भी बनने जा रहा है।

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गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के समीप ही मल्टी नेशनल कंपनी पेप्सिको की फ्रेंचाइजी मेसर्स वरुण ब्रेवरजेज 1100 करोड़ रुपए के निवेश से बॉटलिंग प्लांट लगा चुकी है। इसके अलावा एक्सप्रेस-वे के पास गीडा ने तीन प्रमुख निजी कंपनियों एपीएल अपोलो ट्यूब्स लिमिटेडग्रीनटेक भारत प्राइवेट लिमिटेड (एसएलएमजी ग्रुप) और कपिला कृषि उद्योग को भूमि आवंटित की है। इससे 640 करोड़ रुपए का निवेश प्रस्तावित है। गीडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनुज मलिक बताती हैं कि कनेक्टिविटी के विकल्प का असर निवेश पर पड़ता है। गीडा की तरफ से गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ एक हजार एकड़ से अधिक क्षेत्र में औद्योगिक गलियारा विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा गीडा की धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप को भी लिंक एक्सप्रेस की कनेक्टिविटी का फायदा मिलेगा।

गोरखपुर के अलावा एक और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर अंबेडकर नगर में बनेगा। चूंकि पूर्वांचल में खेतीबाड़ी ही रोजगार का प्रमुख जरिया है। लिहाजा दोनों कॉरिडोर में  फूड प्रोसेसिंग इकाइयों और कोल्ड स्टोरेज की स्थापना पर फोकस है। इससे आने वाले समय में यहां के खेतीबाड़ी का भी कायाकल्प हो सकेगा। विश्व बैंक की मदद से चलने वाली यूपी एग्रीज योजना इसमें खासी मददगार होंगी। मालूम हो कि इस महत्वाकांक्षी योजना में पूर्वांचल के सभी जिले शामिल हैं। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर यात्रियों के लिए यातायात सुगमता के साथ सुरक्षा और संकट में सहायता के लिए भी पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। मदद के लिए यात्रियों को बस कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नम्बर 14449 पर फोन करना ही पर्याप्त होगा। फोन करते ही यूपीडा के जीपीएस लगे वाहन/एम्बुलेंस मौके पर मदद के लिए पहुंच जाएंगे।

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर यात्रियों की सुरक्षा और सहायता के लिए कुल 15 वाहनों का सुरक्षा फ्लीट होगा जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को लोकार्पण समारोह के दौरान भगवानपुर टोल प्लाजा से रवाना करेंगे। यह एक्सप्रेस-वे दो पैकेज में है। 45 किमी के प्रति पैकेज में यूपीडा के दो पैट्रोलियम वाहन (इनोवा)कार्यदायी संस्था द्वारा प्रदत्त सुरक्षा उपकरणों सहित दो पैट्रोलियम कैम्परदुर्घटना की स्थिति में तत्काल चिकित्सकीय सहायता के लिए दो एम्बुलेंसदुर्घटनाग्रस्त वाहनों को तत्काल मुख्य मार्ग से हटाने के लिए एक क्रेन तथा संपूर्ण लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए एक हायड्रा वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। इस प्रकार दोनों पैकेज मिलाकर कुल 15 वाहन यातायात को सुगम बनाने के राउंड ओ क्लॉक उपलब्ध रहेंगे।

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