छठे दिन हिमलिंग के दर्शन करने वालों का आंकड़ा पहुंचा एक लाख
जम्मू, 08 जुलाई (ब्यूरो)। पहलगाम नरसंहार के डर को दरकिनार कर अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वालों की बढ़ती संख्या का आलम यह है कि यात्रा के छठे दिन ही हिमलिंग के दर्शन करने वालों ने एक लाख का आंकड़ा छू लिया। अमरनाथ यात्रा 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की भक्ति और उत्साह लगातार चरम पर पहुंच रहा है। यात्रा के पांचवें दिन श्रद्धालुओं की कुल संख्या 92,000 के पार पहुंच गई थी, जो इस पवित्र यात्रा के प्रति गहरी आस्था और निष्ठा को दर्शाता था।
मंगलवार सुबह करीब 5 बजे, बालटाल और चंदनवाड़ी से हजारों श्रद्धालुओं का जत्था बम बम भोले और जय शिव शंकर के जयकारों के साथ पवित्र अमरनाथ गुफा की ओर रवाना हुआ। इस दौरान भक्तों के चेहरों पर उमंग और आस्था साफ झलक रही थी। तीन जुलाई को शुरू हुई इस यात्रा के बाद से अब तक सवा लाख अधिक श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा में शामिल हो चुके हैं। जबकि दर्शन करने वाले एक लाख का आंकड़ा पार कर चुके हैं। 7,541 यात्रियों का एक और जत्था मंगलवार को दो सुरक्षा काफिलों में जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से कश्मीर के लिए रवाना हुआ। जबकि 3321 यात्रियों को लेकर 148 वाहनों का पहला सुरक्षा काफिला तड़के 2.55 बजे बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुआ।
दावा है कि संख्या में वृद्धि अनुकूल मौसम, कुशल व्यवस्था और यूटी प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों से बेहतर रसद सहायता के कारण हुई. तीर्थयात्रा की शुरुआत पहले दिन (गुरुवार) 12,348 यात्रियों ने की, उसके बाद शुक्रवार को 14,515, शनिवार को 21,109, रविवार को 21,512 और सोमवार को 23,857 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए। अधिकारियों ने बताया कि बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों पर यात्रा सुचारू रूप से जारी है, जिसमें चिकित्सा सहायता सहित सभी आवश्यक सेवाओं के साथ बहु-स्तरीय सुरक्षा कवर शामिल है। बालटाल से यात्रा कर लौटे श्रद्धालु शुभम कपूर ने बताया, हमें लगा था कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद शायद श्रद्धालुओं की संख्या कम हो जाएगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए गुफा के बाहर लंबी कतारें लगी थीं। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई।
इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। यह यात्रा पहलगाम हमले के बाद हो रही है, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने 26 नागरिकों की हत्या कर दी थी। सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस की मौजूदा ताकत को बढ़ाने के लिए 180 अतिरिक्त सीएपीएफ कंपनियां लगाई गई हैं। जम्मू में भगवती नगर यात्री निवास से गुफा मंदिर तक और दोनों आधार शिविरों के रास्ते में पड़ने वाले सभी ट्रांजिट कैंपों को सुरक्षा बलों ने सुरक्षित कर लिया है। हर साल की तरह इस साल भी स्थानीय लोगों ने अमरनाथ यात्रा को अपना पूरा समर्थन दिया है। पहलगाम आतंकी हमले पर कश्मीरियों के दुख का संदेश देने के लिए स्थानीय लोगों ने सबसे पहले तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे का स्वागत किया। जैसे ही तीर्थयात्री नौगाम सुरंग को पार करके काजीगुंड से कश्मीर घाटी में पहुंचे, स्थानीय लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई को शुरू हुई थी और 38 दिनों के बाद 9 अगस्त को समाप्त होगी।
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