बाल विवाह और महिलाओं के विरुद्ध हिंसा को रोकने के लिए अक्का टास्क फोर्स का गठन 19 को

बाल विवाह और महिलाओं के विरुद्ध हिंसा को रोकने के लिए अक्का टास्क फोर्स का गठन 19 को

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| बाल विवाह रोकने और महिलाओं व बच्चों के खिलाफ हिंसा पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से गठित अक्का टास्क फोर्स का गठन 19 तारीख को किया जाएगा| इसकी शुरुआत के तौर पर, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर ने मंगलवार को गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर से मुलाकात की और बातचीत की| महिला एवं बाल कल्याण मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर ने सदाशिवनगर स्थित डॉ. जी. परमेश्वर के घर का दौरा किया|

 

अक्का टास्क फोर्स पर चर्चा हुई| ये टास्क फोर्स तालुका स्तर पर गठित किए जा रहे हैं और इनका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न पर अंकुश लगाना है| इन बलों का गठन महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाली हिंसा के मामलों में तत्काल प्रतिक्रिया देने के लिए किया गया है| एक महिला पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में इस टास्क फोर्स में एनसीसी कैडेट, महिला एवं बाल कल्याण अधिकारी शामिल हैं| पुलिस विभाग की तर्ज पर इस बल के लिए अलग से गश्ती वाहन तैनात किए गए हैं| गश्ती वाहन बस स्टैंड, स्कूल, कॉलेज, बाजार और अन्य भीड़-भाड़ वाले इलाकों में तैनात किए जाएँगे| इस अधिनियम के तहत इस बल का मुख्य उद्देश्य बाल विवाह को रोकना और पॉक्सो अधिनियम के बारे में जागरूकता पैदा करना है| अक्का बल ने 2023 में बीदर में पायलट आधार पर काम किया था|

जनता से अच्छी प्रतिक्रिया मिलने के बाद, आगे की जांच करने का निर्णय लिया गया| इस वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, मैसूरु, बेलगावी और मेंगलूरु जिलों में पायलट बल का दूसरा चरण शुरू किया गया| हाल ही में, मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर ने बाल गर्भधारण की बढ़ती संख्या को देखते हुए पूरे राज्य में टास्क फोर्स का विस्तार करने का निर्णय लिया था| तदनुसार, मुख्यमंत्री सिद्धरामैया 19 नवंबर को अक्का बल का शुभारंभ करेंगे| दोनों मंत्रियों ने इस बात पर चर्चा की कि भविष्य में पुलिस विभाग से सहयोग कैसे प्राप्त किया जाए और टास्क फोर्स को और अधिक प्रभावी कैसे बनाया जाए|

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