भाजपा को यतनाल को वापस लाना चाहिए: रमेश जारकीहोली
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| विधायक और पार्टी नेता रमेश जारकीहोली ने कहा कि भाजपा को बसनगौड़ा पाटिल यतनाल को पार्टी में वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए| यहां बोलते हुए, जारकीहोली ने कहा मैंने हमेशा यतनाल का समर्थन किया है|
मैं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र का समर्थन नहीं करता| उनके निष्कासन के समय से ही, मैं यह कहता रहा हूँ कि यतनाल को भाजपा में वापस शामिल होना चाहिए| अब भी, हमें यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए कि उन्हें वापस लिया जाए| यतनाल ने कहा है कि वह दूसरी पार्टी तभी बनाएंगे जब विजयेंद्र बने रहेंगे| उन्हें निष्कासित हुए आठ महीने हो गए हैं| लेकिन वह राजनीति में सक्रिय रहे हैं| राज्य भर में उनके अपने समर्थक हैं| भाजपा को उन्हें नहीं खोना चाहिए| उन्होंने कहा हमने विजयेंद्र का विरोध किया है| लेकिन हमने येदियुरप्पा के खिलाफ कभी कुछ नहीं कहा| यह स्पष्ट है कि विजयेंद्र की वजह से भाजपा पार्टी बर्बाद हो रही है| इससे हमें भी दुख होता है| जारकीहोली ने कहा कि लक्ष्मण सावदी के साथ उनके गहरे राजनीतिक मतभेद हैं और वह 2026 में अथानी में उन्हें हराने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे|
उन्होंने कहा हम अथानी से बेलगावी जिला केंद्रीय सहकारी बैंक का चुनाव भले ही हार गए हों| लेकिन हम अथानी विधानसभा सीट जीतेंगे| उन्होंने जारकीहोली परिवार के साथ राजनीतिक मतभेद रखने वाले भाजपा के एक अन्य नेता रमेश कट्टी को आगाह किया कि वे अपने तौर-तरीके सुधारें और नेताओं या समुदायों को गाली न दें| उन्होंने कहा वह मेरे दोस्त हैं| लेकिन मैं इस बात से दुखी हूँ कि उन्होंने हाल ही में हुए सहकारी चुनावों के दौरान मेरे समुदाय को गाली दी| मेरे भाइयों ने हुक्केरी में ग्रामीण विद्युत सहकारी समिति में रमेश कट्टी के पैनल के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन मैं इसके पक्ष में नहीं था|
रमेश कट्टी को सार्वजनिक रूप से ऐसे बोलना बंद कर देना चाहिए जैसे उनका दिमाग खराब हो गया हो| वरना, उन्हें अपने राजनीतिक जीवन में बहुत नुकसान होगा| उन्हें लगा कि भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस के अंदरूनी मतभेदों पर बात करने का कोई मतलब नहीं है| हमारी पार्टी के सदस्य कांग्रेस की नवंबर क्रांति पर चर्चा क्यों कर रहे हैं? मुझे समझ नहीं आ रहा| हमें क्या फर्क पड़ता है कि डी.के. शिवकुमार मुख्यमंत्री बनते हैं या सिद्धरामैया बने रहते हैं, हमें उनकी क्या जरूरत है? हमारा काम एक प्रभावी विपक्ष के रूप में काम करना है| एक चीनी मिल के प्रबंधन से जुड़े रमेश जारकीहोली ने कहा कि वह गन्ने के ज्यादा दामों के लिए किसानों के संघर्ष का समर्थन कर रहे हैं| किसानों को न्याय मिलना चाहिए| सरकार को जल्द से जल्द समर्थन मूल्य घोषित करना चाहिए|

