मैसूरु में ब्राह्मणों ने जनेऊ घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया, पुलिस को शिकायत दी
मैसूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| कृष्णराजा विधायक टी.एस. श्रीवत्स ने कर्नाटक के शिवमोग्गा और बीदर में कथित घटना की निंदा की, जिसमें सीईटी की परीक्षा दे रहे दो छात्रों को परीक्षा केंद्रों पर अपना जनेऊ उतारने को कहा गया| हालांकि कर्नाटक सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं और बताया है कि परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षाकर्मियों ने ऐसा किया, लेकिन भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सड़कों पर उतर आई है|
अग्रहारा सर्किल पर मैसूरु ब्राह्मण युवा वेदिके द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले श्रीवत्स ने कहा कि इस घटना से ब्राह्मण समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है| प्रदर्शनकारियों ने वाणी विलास रोड से पैदल मार्च किया और कृष्णराजा पुलिस को शिकायत दी| विधायक ने कहा कि ‘जनेऊ’ लड़कों को कम उम्र में ‘ब्रह्मोपदेश’ और ‘उपनयन’ के माध्यम से आध्यात्मिक शिक्षा में दीक्षा देने का संकेत देता है| उन्होंने कहा यह एक पोषित परंपरा है और देश के हर समुदाय को अपनी मान्यताओं और सांस्कृतिक प्रथाओं का पालन करने का अधिकार है| लेकिन दो लड़कों को ’पवित्र धागा’ हटाने के लिए मजबूर करके जो उत्पीड़न किया गया, वह पूरे समुदाय और उसके रीति-रिवाजों का अपमान करने के बराबर है|
मंच के लगभग ३०० सदस्यों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया और घटना की निंदा करते हुए नारे लगाए| श्रीवत्स ने घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को बर्खास्त करने की मांग की| उन्होंने धमकी दी कि अगर सरकार जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहती है तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे| अखिल कर्नाटक ब्राह्मण महासभा, मैसूरु इकाई के डी.टी. प्रकाश, होयसला कर्नाटक संघ के के.आर. सत्यनारायण, मैसूरु सिटी कॉरपोरेशन के पूर्व पार्षद एम.वी. रामप्रसाद, विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वालों में शामिल थे|