भारी बारिश से जलाशयों में जलस्तर बढ़ा
-आज से बारिश में कमी आएगी
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| पिछले ८-१० दिनों से तटीय और मलनाड समेत राज्य के कुछ हिस्सों में हो रही मानसूनी बारिश अगले दो दिनों तक जारी रहेगी| हालांकि, बुधवार से बारिश में कमी आने का अनुमान है| मानसून के फिर से सक्रिय होने से नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है और जलाशयों में पानी का बहाव बढ़ गया है| झरने जीवंत हो उठे हैं और पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं|
कृष्णा और कावेरी घाटियों की प्रमुख नदियों के प्रमुख जलाशयों का जलस्तर बढ़ने लगा है| मौसम विभाग ने मलनाड में अगले दो दिनों तक भारी बारिश की भविष्यवाणी की है और जलाशयों के जलस्तर में उल्लेखनीय वृद्धि होगी| कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र के अनुसार, उडुपी, शिवमोग्गा, कोडागु, उत्तर कन्नड़, दक्षिण कन्नड़, हावेरी, मैसूरु और दावणगेरे जिलों में व्यापक वर्षा हुई है|
करकला तालुक के पल्ली ग्राम पंचायत में २३० मिमी भारी वर्षा हुई| हासन जिले में मध्यम बारिश हुई, जबकि बेलगावी और धारवाड़ जिलों में छिटपुट बारिश हुई| राज्य के अन्य जिलों में छिटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई| पनबिजली पैदा करने वाले लिंगनमक्की, सुपा और वाराही जलाशयों में कुल ७४ हजार क्यूसेक अतिरिक्त पानी आया है| कावेरी घाटी के हरांगी और काबिनी जलाशयों में पानी आने से पानी का बहाव बढ़ा है| हरांगी जलाशय ७२ फीसदी भरा है, जबकि काबिनी जलाशय ८४ फीसदी भरा है| इन जलाशयों में मौजूदा पानी का बहाव १५ हजार क्यूसेक से अधिक है| हेमावती जलाशय, जो ७० फीसदी भरा है, में ८ हजार क्यूसेक पानी आया है| इसी तरह केआरएस जलाशय, जिसकी भंडारण क्षमता ६६ फीसदी है, में १६ हजार क्यूसेक से अधिक पानी आया है| चिक्कमगलूरु, हासन, कोडागु और केरल में भारी बारिश के मद्देनजर जलाशयों में पानी का बहाव और बढ़ने की संभावना है|
यदि आवक इसी तरह जारी रही तो इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि जून के अंत तक ये जलाशय पूरी तरह भर जाएंगे| कृष्णा बेसिन के भद्रा, तुंगभद्रा, घाटप्रभा, मालाप्रभा, अलमट्टी, नारायणपुर जलाशयों में आवक बढ़ गई है| कुल मिलाकर इन जलाशयों में ६० हजार क्यूसेक से अधिक पानी बह रहा है| इन जलाशयों में ४० फीसदी पानी संग्रहित हो चुका है| पिछले साल इसी समय राज्य के प्रमुख जलाशयों में केवल ८४.०५ टीएमसी फीट पानी था| इस साल १७४.६६ टीएमसी फीट पानी संग्रहित हो चुका है| मई में मानसून शुरू होने पर भी इसी तरह भारी बारिश हुई थी|
जलाशयों में पर्याप्त पानी था| कोंकण क्षेत्र में मेलई चक्रवात के कारण राज्य में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी| अगले दो दिनों तक तटीय जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है| अंदरूनी इलाकों के अन्य जिलों में मौसम शुष्क रहेगा, केवल कुछ स्थानों पर बारिश का अनुमान है|