लंबी दूरी की 10 नई ट्रेनें चलाएगा पूर्वोत्तर रेलवे
सभी जोन की एक ट्रेन में 24 घंटे पहले बनेगा रिजर्वेशन चार्ट
प्रयागराज, 29 जून (एजेंसियां)। रेलवे की नई व्यवस्था के तहत प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों को एक दिन पहले ही पता चल जाएगा कि उनकी टिकट कंफर्म हुई या नहीं। रेलवे के पायलट प्रोजेक्ट के तहत उत्तर मध्य रेलवे समेत देश के सभी जोनल रेलवे की एक-एक ट्रेन में अब रिजर्वेशन चार्ट एक दिन पहले बनेगा।
उत्तर मध्य रेलवे ने हमसफर एक्सप्रेस तो उत्तर रेलवे ने लखनऊ-नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस में प्रयोग के तौर पर अब एक दिन पहले ही रिजर्वेशन चार्ट बनाना शुरू कर दिया है। हमसफर में अभी 30 जून तक नई व्यवस्था लागू रहेगी। अभी तक चार्ट ट्रेन के चलने से तकरीबन चार घंटे पहले तैयार किया जाता है। इस वजह से वेटिंग टिकट वाले असमंजस में रहते हैं कि उनका टिकट कंफर्म हो पाएगा या नहीं। ट्रेन रवाना होने के चार घंटे पहले उन्हें पता चल पाता है कि उनका रिजर्वेशन कंफर्म हुआ है या नहीं।
अब रेलवे के नए सिस्टम में चार्ट 24 घंटे पहले तैयार होगा। इससे यात्रियों को अगर टिकट निरस्त कराना हो तो समय भी मिल जाएगा। इस प्रयोग की शुरुआत देश में पहली बार उत्तर पश्चिम रेलवे के बीकानेर मंडल ने छह जून को अवध-आसाम एक्सप्रेस से की थी। इसके बाद रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे से प्रयोग के तौर पर एक-एक ट्रेन में 24 घंटे पहले चार्ट बनाने के लिए कहा। एनसीआर की बात करें तो यहां नई दिल्ली-आनंद विहार जाने वाली हमसफर एक्सप्रेस में प्रयोग के तौर पर 24 घंटे पहले चार्टिंग शुरू हो गई है। सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि सभी जोनल रेलवे अपनी एक-एक ट्रेन में 24 घंटे पहले चार्टिंग करने जा रहे हैं। कुछ ने शुरू भी कर दी है। अगर प्रयोग सफल रहा तो रेलवे बोर्ड के निर्देश पर अन्य सभी ट्रेनों की भी 24 घंटे पहले चार्टिंग की व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। हमसफर में 30 जून तक नई व्यवस्था लागू रहेगी, उसके बाद आगे क्या करना है उस पर निर्णय होगा।
उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ ने बताया कि देश में पहली बार बीकानेर मंडल से नई व्यवस्था शुरू की गई। पिछले दिनों रेलवे के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव बीकानेर गए थे। तभी उन्होंने यह सुझाव दिया था। इसके बाद अवध-आसाम एक्सप्रेस में 24 घंटे पहले चार्ट तैयार किया जाने लगा। कहा कि शुरुआती दस दिन की रेलवे बोर्ड को रिपोर्ट भी भेजी जा चुकी है।
दूसरी तरफ पूर्वोत्तर रेलवे ने लंबी दूरी की 10 नई ट्रेनें चलाने की भी घोषणा की है। महाप्रबंधक परिचालन और मुख्य यात्री परिवहन प्रबंधक ने इस संबंध में इज्जतनगर, लखनऊ और वाराणसी मंडल को पत्र लिखा है। पूर्वोत्तर रेलवे के इन तीनों मंडलों ने ट्रेनों के संचालन के संबंध में प्रस्ताव भेजे थे। गोरखपुर मुख्यालय ने पत्र में लिखा है कि रेलवे बोर्ड की स्वीकृति मिलने के बाद ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
लंबी दूरी की इन ट्रेनों में श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा और जम्मू की दो ट्रेनें शामिल हैं। इनमें एक इज्जतनगर और दूसरी बलिया से वाया बरेली होते हुए चलाई जाएगी। कासगंज-वाराणसी के बीच भी ट्रेन प्रस्तावित है। यह ट्रेन वाया बदायूं, बरेली, पीलीभीत, मैलानी
पूर्वोत्तर रेलवे का वाराणसी मंडल गाजीपुर से दक्षिण भारत के रामेश्वरम के लिए ट्रेन का संचालन करेगा। इस ट्रेन का संचालन भी वाया बरेली प्रस्तावित है। गोरखपुर मुख्यालय की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि व्यवस्था, समय सारिणी, अनुरक्षण, लिनेन, रनिंग रूट, टिकट निरीक्षक, रेस्ट रूट समेत अन्य तैयारियों को पूरा कर लिया जाए। लंबी दूरी की जो ट्रेनें चलाने की तैयारी है उनमें इज्जतनगर मंडल में इज्जतनगर-श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा त्रिसाप्ताहिक, कासगंज-वाराणसी त्रिसाप्ताहिक, रामनगर-उदयपुर सिटी द्विसाप्ताहिक, लालकुआं-ओखा साप्ताहिक, लालकुआं-कामाख्या साप्ताहिक, लालकुआं-बांद्रा साप्ताहिक शामिल है। वाराणसी मंडल में गाजीपुर सिटी-रामेश्वरम प्रतिदिन (वाया बरेली), बलिया-जम्मूतवी प्रतिदिन (वाया बरेली), आजमगढ़-बांद्रा साप्ताहिक और लखनऊ मंडल में गोमतीनगर-अहमदाबाद व सिकंदराबाद द्विसाप्ताहिक शामिल है।
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