68 हजार युवाओं को दिए गए 2,751 करोड़
योगी ने किया सीएम युवा कॉन्क्लेव एवं एक्सपो-2025 का शुभारम्भ
पूंजी की कमी दूर कर युवाओं के जीवन में परिवर्तन लाने का प्रयास
लखनऊ, 30 जुलाई (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सीएम युवा उद्यमी अभियान एक ब्याजमुक्त तथा गारंटीमुक्त योजना है। नए उद्यमी के रूप में उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा में सहभागी बनने के इच्छुक प्रदेश के 68 हजार युवाओं को सरकार द्वारा 2,751 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए गए हैं। यह उत्तर प्रदेश की असीमित क्षमता को प्रदर्शित करता है। योजनान्तर्गत सरकार लाभार्थी को 10 प्रतिशत मार्जिन मनी भी उपलब्ध करा रही है।
मुख्यमंत्री आज यहां मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के अन्तर्गत सीएम युवा कॉन्क्लेव एवं एक्सपो-2025 का शुभारम्भ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने मशीनरी सप्लायर्स पोर्टल यूपी मार्ट को लॉन्च किया। मुख्यमंत्री के समक्ष एमएसएमई विभाग के साथ उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, यूपी नेडा व उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन तथा 14 शैक्षणिक संस्थानों/तकनीकी संस्थानों के मध्य कुल 17 एमओयू का आदान-प्रदान किया गया। कार्यक्रम में सीएम युवा उद्यमी विकास अभियान से लाभान्वित युवाओं ने अपनी सफलता की कहानियाँ व अनुभव साझा किए। इसके पूर्व, मुख्यमंत्री ने कॉन्क्लेव में 150 से अधिक फ्रेन्चाइजी ब्रांड, बिजनेस ऑन व्हील्स व मशीनरी पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सीएम युवा पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहां सीएम युवा उद्यमी योजना से लाभान्वित 05 उद्यमियों ने अपने अनुभव साझा किए। सीएम युवा उद्यमी योजना से लाभान्वित युवाओं की सफलता की कहानियों के माध्यम से उनके उत्साह व उमंग को देखा जा सकता है। ऐसे ही अनेक युवा प्रदेश में अलग-अलग सेक्टर में कार्यरत हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा युवा जब विश्वविद्यालयों में अध्ययन करता है, तो उसे केंद्र व राज्य सरकार की पॉलिसी की कोई विशेष जानकारी नहीं होती है। जब युवा विश्वविद्यालयों से निकलता है, तो असमंजस की स्थिति में रहता है। उसे विशेष सेक्टर की गहन जानकारी नहीं होती है। बिना किसी प्रशिक्षण के जब वह लोन ले लेता है, तो एक समय के बाद उस पर कर्ज बढ़ता चला जाता है। उसके सामने निराशा आती है। बिजनेस की जानकारी नहीं होने के कारण पलायन करने का मन करता है, लेकिन तब तक देर हो चुकी होती है। ऐसे बहुत से युवा हैं, जो स्वयं का काम शुरू करना चाहते हैं, लेकिन उनके पास पूंजी नहीं होती है। इन सबकी समस्या का समाधान सीएम युवा उद्यमी योजना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सैकड़ों वर्षों से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम बड़े पैमाने पर थे। प्रत्येक जनपद में अच्छा क्लस्टर मौजूद था। वर्ष 2017 से पूर्व की तत्कालीन सरकार ने इनके महत्व को नहीं समझा। वर्ष 2017 में जब हमारी सरकार का गठन हुआ, तो अध्ययन के उपरान्त ज्ञात हुआ कि प्रत्येक जनपद में कोई न कोई परम्परागत उद्योग हैं। यह सभी परम्परागत उद्योग दम तोड़ रहे थे। पिछली सरकारों की अराजकता, भ्रष्टाचार, गुण्डागर्
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 में हमारी सरकार का गठन होने के उपरान्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में लोक कल्याण संकल्प-पत्र के अनुरूप परम्परागत उद्यमों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश में 24 जनवरी, 2018 को एक जनपद एक उत्पाद योजना प्रारम्भ की गई। इस योजना के अन्तर्गत प्रत्येक जिले के एक उत्पाद को बढ़ावा दिया गया। आज यह योजना पूरे देश में एक ब्रांड बन गई है। यह योजना आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बनी है। प्रधानमंत्री ने इसे वोकल फॉर लोकल का महत्वपूर्ण उदाहरण बताया है। अकेले इस योजना ने उत्तर प्रदेश के एक्सपोर्ट को 86 हजार करोड़ रुपए से बढ़ाकर 02 लाख करोड़ रुपए से अधिक कर दिया है। प्रधानमंत्री ने इस योजना की सराहना की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के कॉन्क्लेव में लखनऊ एवं कानपुर मंडल से युवा व प्रदेश भर से स्टेक होल्डर्स आए हुए हैं। हमारा प्रयास होना चाहिए कि अन्य मण्डलों में इस प्रकार के कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाए। इससे पूर्व, प्रत्येक जनपद से 50-50 ऐसे युवाओं को यहां पर आयोजित प्रदर्शनी दिखाई जाए तथा पैनल डिस्कशन में शामिल किया जाए, जिससे वह कारोबार, मशीनरियों व अन्य सुविधाओं के बारे में जान सकें। जब ऐसे आयोजन मंडल स्तर पर होंगे, तो व्यापक स्तर पर सफल होंगे। इन आयोजनों के अन्तर्गत प्रत्येक जनपद में सीएम युवा से लाभान्वित युवाओं की सफलता की कहानियों को हाईलाइट किया जाए। इन आयोजनों के माध्यम से युवाओं की सफलता की कहानियां लोगों के समक्ष लाएं, जिससे जनपद के अन्य युवा प्रेरित हो सकें और उनके जीवन में सफलता का मार्ग प्रशस्त हो सके। सफलता की कहानियां लाखों युवाओं को आगे बढ़ने की नई प्रेरणा प्रदान करेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा अपनी स्थानीय आवश्यकताओं को देखें, उससे सम्बन्धित प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद लोन के लिए आवेदन करें। इस सम्पूर्ण प्रक्रिया में किसी को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। सीएम युवा उद्यमी कॉन्क्लेव में प्रदेश के हर जनपद की उपस्थिति होनी चाहिए। अन्य मण्डलों में दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित कराते हुए इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाए। उत्तर प्रदेश के निजी व राज्य सरकार द्वारा संचालित प्रत्येक विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं, नीतियों व कार्यक्रमों के साथ युवाओं को जोड़ा जाए। यह उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। यह युवाओं को अपनी डिग्री-डिप्लोमा प्राप्त करने के बाद रोजगार प्राप्त करने का माध्यम बनेगी। उनकी असमंजस की स्थिति को आसान कर उनका मार्ग प्रशस्त करेगी। उन्होंने सभी युवाओं से आह्वान किया कि इस कॉन्क्लेव के माध्यम से सीएम युवा उद्यमी विकास अभियान की जानकारी व प्रशिक्षण प्राप्त करें। बैंक उन्हें बिना गारंटी व बिना ब्याज के लोन उपलब्ध करायेंगे। राज्य सरकार मार्जिन मनी उपलब्ध कराने में योगदान देगी। सभी युवा यदि सीएम युवा उद्यमी विकास अभियान के अन्तर्गत स्थापित सक्सेसफुल मॉडल को देखेंगे, तो उसका लाभ भी उन्हें प्राप्त होगा।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री राकेश सचान ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा से यूपी दिवस के अवसर पर लांच हुई सीएम युवा उद्यमी योजना से बड़ी संख्या में नौजवान रोजगार से जुड़ रहे हैं। अब तक 68 हजार से अधिक युवा इस योजना से जुड़कर अपना रोजगार शुरू करने के साथ अन्य लोगों को नौकरी के अवसर भी उपलब्ध करा रहे हैं। इस अवसर पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई आलोक कुमार, डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल, एकेटीयू, लखनऊ के प्रो. जेपी पांडेय, चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के कुलपति डॉ. आनन्द कुमार सिंह सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, बैंकों के प्रतिनिधि एवं स्टेक होल्डर्स तथा उद्योग जगत के प्रतिनिधि उपस्थित थे।