लखनऊ/नई दिल्ली, 30 जुलाई (एजेंसियां)। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सांसद अरुण गोविल के लोकसभा में पूछे गए प्रश्न के जवाब में बताया कि उत्तर प्रदेश में रेलवे स्टेशन विकास की दिशा में एक व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत राज्य के 157 रेलवे स्टेशनों को चरणबद्ध ढंग से आधुनिक रूप में तैयार किया जाएगा, जिनमें से 20 स्टेशनों पर प्रथम चरण का कार्य पूर्ण हो चुका है।
रेल मंत्री ने बताया कि जिन स्टेशनों पर कार्य सम्पन्न हो चुका है, उनमें अयोध्या धाम, बरेली सिटी, बिजनौर, गोवर्धन, गोमती नगर, इज्जतनगर, सहारनपुर जंक्शन, सिद्धार्थ नगर, आगरा जंक्शन, मैलानी, बलरामपुर, स्वामीनारायण छपिया जैसे स्टेशन प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि इन स्टेशनों पर प्रतीक्षालयों का नवीनीकरण, प्लेटफॉर्म उन्नयन, फुट ओवर ब्रिज, शौचालय, लिफ्ट-एस्केलेटर जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। रेल मंत्री ने मेरठ के सांसद अरुण गोविल के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन को भी इस योजना में शामिल किया गया है और उसका कायाकल्प कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा। मेरठ से हापुड़ तक 14 ट्रेनों की सेवा उपलब्ध है, जबकि हापुड़ से बिजनौर के लिए 4 ट्रेन सेवाएं हैं। मेरठ से बिजनौर जाने वाले यात्री हापुड़ से ट्रेन बदल सकते हैं। मेरठ-हस्तिनापुर-बिजनौर (63.5 किमी) नई लाइन के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे स्वीकृत किया गया है और डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) की तैयारी की जा रही है। परियोजना को स्वीकृति देने से पहले नीति आयोग, वित्त मंत्रालय, राज्य सरकार जैसी संस्थाओं से परामर्श आवश्यक होता है।
रेल मंत्री ने कहा कि प्रस्तावित योजना में मुख्य और द्वितीय प्रवेश द्वार पर आधुनिक स्टेशन भवन, विस्तृत प्रतीक्षालय, 12 और 6 मीटर चौड़े फुट ओवर ब्रिज, प्लेटफॉर्म अपग्रेडेशन, लिफ्ट-एस्केलेटर, पार्किंग और यात्री सुविधाओं का समावेश है। उन्होंने कहा कि राज्य के अन्य प्रमुख स्टेशनों जैसे मोदी नगर, सीतापुर, लखनऊ (चारबाग), प्रयागराज और गाज़ियाबाद में भी कार्य प्रगति पर है। हालांकि, परियोजनाओं की प्रकृति जटिल होती है और इसमें सुरक्षा, तकनीकी अनुमति, उपयोगिता शिफ्टिंग जैसे अनेक कारक समयसीमा को प्रभावित करते हैं। रेल मंत्री ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों को दीर्घकालिक दृष्टिकोण से पुनः विकसित कर उन्हें स्मार्ट और यात्री हितैषी बनाना है। इस योजना में स्टेशनों को शहर के दोनों ओर से जोड़ने, मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं, हरित समाधान, 'वन स्टेशन वन प्रोडक्ट' जैसी पहल शामिल हैं