भाजपा नेता सिरोया ने सिद्धरामैया पर कोविड-१९ टीकों पर फर्जी खबरें फैलाने का आरोप लगाया
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| भाजपा सांसद लहर सिंह सिरोया ने शुक्रवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया पर फर्जी खबरें फैलाने का आरोप लगाया| उन्होंने हाल ही में कोविड-१९ टीकों को राज्य के हासन जिले में दिल के दौरे से हुई मौतों से जोड़ने वाली अपनी टिप्पणी में कहा कि असंतोषजनक गतिविधियों के खिलाफ कोई टीका नहीं है| मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया है कि हासन जिले में हाल ही में दिल के दौरे से हुई मौतों का संबंध टीकाकरण अभियान से हो सकता है| उन्होंने यह भी दावा किया कि टीकों को जल्दबाजी में मंजूरी दी गई|
सिद्धरामैया पर कटाक्ष करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि कर्नाटक सरकार फर्जी खबरों के प्रचार और प्रसार के खिलाफ सात साल की जेल की सजा और जुर्माने सहित सख्त कानून की बात कर रही है| उन्होंने एक पोस्ट में कहा जिस गति से मुख्यमंत्री सिद्धरामैया बोल रहे हैं, मुझे लगता है कि कोई उनके खिलाफ कोविड टीकों पर फर्जी खबरें फैलाने के लिए पहली शिकायत दर्ज करेगा|
केंद्र सरकार इस मुद्दे पर पहले ही स्पष्टीकरण दे चुकी है| उनके अनुसार, कांग्रेस का प्रयास वैज्ञानिक समुदाय का मनोबल गिराना है, जिसने महामारी के दौरान लाखों लोगों की जान बचाई| सिरोया ने पोस्ट में कहा मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस में कोई उन्हें (सिद्धरामैया) सावधान करेगा| शायद उन्हें सावधान करने वाला कोई नहीं बचा है क्योंकि उनके अपने हाईकमान या स्थानीय स्तर पर कोई भी नहीं सोचता कि उनकी सरकार लंबे समय तक टिकेगी| असंतुष्ट गतिविधियों के खिलाफ कोई टीका नहीं है|
इससे पहले बायोकॉन की शुरुआत करने वाली किरण मजूमदार-शॉ ने कहा कि यह सच नहीं है कि कोविड-१९ वैक्सीन की वजह से हासन में कई हार्ट अटैक हुए| उन्होंने कहा कि यह विचार लोगों को भ्रमित कर सकता है| कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने कहा कि पिछले महीने हासन में २० से ज्यादा लोगों को हार्ट अटैक आया| उन्हें लगा कि वैक्सीन की वजह से ऐसा हुआ| उन्होंने यह भी कहा कि वैक्सीन बहुत तेजी से बनाई गई| किरण मजूमदार-शॉ ने कहा कि वैक्सीन का सावधानीपूर्वक परीक्षण किया गया और इसे मजबूत सुरक्षा नियमों के साथ बनाया गया| उन्होंने कहा कि वैक्सीन की वजह से कई लोगों की जान बची है| सिर्फ कुछ लोगों को साइड इफेक्ट हुए|
उन्होंने कहा कि लोगों को विज्ञान और तथ्यों पर भरोसा करना चाहिए, बिना सबूत के वैक्सीन को दोष नहीं देना चाहिए| सरकार ने हासन में हार्ट अटैक के मामलों की जाँच के लिए एक टीम बनाई है| टीम १० दिनों में रिपोर्ट देगी कि उन्हें क्या मिला| स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अध्ययनों से पता चलता है कि वैक्सीन सुरक्षित हैं| इस बात का कोई सबूत नहीं है कि टीके से अचानक मौतें होती हैं| मंत्रालय ने कहा कि दिल का दौरा कई कारणों से हो सकता है जैसे पारिवारिक इतिहास, स्वास्थ्य, जीवनशैली या कोविड-१९ होने के बाद|
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