प्रह्लाद जोशी ने भाजपा नेताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया

-अनावश्यक बयानबाजी न करने की चेतावनी

प्रह्लाद जोशी ने भाजपा नेताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने भाजपा नेताओं को सीख दी है कि किसी को भी पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करते हुए सार्वजनिक बयान नहीं देना चाहिए| बागलकोट और दावणगेरे जिला इकाइयों में पैदा हुए संकट को सुलझाने के लिए उन्होंने मल्लेश्वरम स्थित भाजपा कार्यालय में नेताओं के साथ बैठक की|


सबसे पहले जोशी ने बागलकोट जिला भाजपा इकाई के नेताओं के साथ बैठक की| उन्होंने पूर्व विधायक वीरन्ना चरंतीमठ और उनके समर्थकों से जानकारी हासिल की| इसके बाद उन्होंने विधान परिषद सदस्य टी.एच. पूजार और उनके समर्थकों के साथ अलग से बैठक की और उनकी राय जानी| यह बैठक बागलकोट जिला भाजपा में चरंतीमठ और पूजार के बीच पैदा हुए संकट को सुलझाने के लिए आयोजित की गई थी|

इसके बाद दोपहर में जोशी ने दावणगेरे जिला इकाई के नेताओं के साथ बैठक की और पार्टी के भीतर पैदा हुए मतभेदों को शांत करने की कोशिश की| इस बैठक में पूर्व मंत्री एस.ए. रवींद्रनाथ, एम.पी. रेणकाचार्य, पूर्व विधायक मदल विरुपाक्षप्पा समेत कई अन्य लोग मौजूद थे| एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में दावणगेरे लोकसभा क्षेत्र में पार्टी की हार के कारणों की जानकारी ली गई| दावणगेरे भाजपा का गढ़ था| हमारे उम्मीदवार लगातार चार बार जीते थे| इस बार उन्हें कुछ हजार वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा|

जोशी ने कहा कि हार का कारण नेताओं के बीच भ्रम और अविश्वास है| अब से पार्टी की अनुमति के बिना किसी को नहीं बोलना चाहिए| आपके बयानों से पार्टी में समस्या पैदा होता है| जो जिम्मेदारी है, उसे समझकर बोलें| समझा जा रहा है कि उन्होंने अनावश्यक भ्रम पैदा न करने की सलाह दी है| बसनगौड़ा पाटिल यतनाल को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इसलिए निकाल दिया गया क्योंकि उन्होंने बार-बार मीडिया के सामने बयानबाजी की| वरिष्ठ लोग हर चीज पर बारीकी से नजर रखते हैं| उन्हें पता है कि किस पर कब लगाम लगानी है| समझा जा रहा है कि जोशी ने परोक्ष रूप से कहा अनावश्यक बातें करके अपना राजनीतिक भविष्य बर्बाद न करें|

Read More जनता को उसकी भाषा में न्याय मिलना चाहिए