आईएएस अधिकारी संघ ने सीएम के खिलाफ शिकायत क्यों नहीं की?: विजयेंद्र
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा कि जब मुख्यमंत्री ने आईएएस अधिकारियों का अपमान करने वाला व्यवहार किया था, तब आईएएस अधिकारी संघ कहां गया था? तब उन्होंने मुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायत क्यों नहीं की|
यहां भाजपा के प्रदेश कार्यालय जगन्नाथ भवन में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि विधान परिषद सदस्य रविकुमार के बयान के बारे में मीडिया में चर्चा हुई थी| इस संबंध में रविकुमार ने स्पष्टीकरण भी दिया| बाद में खबर आई कि आईएएस अधिकारी संघ ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई है|
कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई थी| उन्होंने सवाल के जवाब में कहा कि इस संबंध में एफआईआर दर्ज कराई गई है| रविकुमार के मुद्दे को छोड़ दिया जाना चाहिए| क्या मुख्यमंत्री सिद्धरामैया खुद बेलगावी में एक जनसभा में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को थप्पड़ मारने नहीं गए थे?
तब यह संघ कहां गया था| इसी मुख्यमंत्री ने एक अन्य सरकारी कार्यक्रम में जिलाधिकारियों को यह कहकर अपमानित किया था कि अरे, उठो| उस समय भी आईएएस एसोसिएशन कहां चली गई| इस पर भी चर्चा होनी चाहिए| उन्होंने कहा कि लोग भी सब देख रहे हैं| ऐसी स्थिति जहां सभी विभागों में वेतन नहीं दिया जा सकता| बहुत से लोग मुख्यमंत्री पद के लिए प्रार्थना कर रहे हैं, वे प्रयास कर रहे हैं| आइए इंतजार करें और देखें कि आने वाले दिनों में क्या होता है|
यदि सिद्धरामैया इस्तीफा देते हैं, तो हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मुख्यमंत्री कौन है, राज्य के लोग कांग्रेस सरकार की आलोचना कर रहे हैं| बी.वाई. विजयेंद्र ने आलोचना की कि इस सरकार को संकट में फंसे किसानों की कोई चिंता नहीं है| यह कांग्रेस सरकार गरीबों को घर और गंगा कल्याण योजना नहीं दे पा रही है| कोई विकास नहीं हुआ है|
उन्होंने आपत्ति जताई कि राज्य के इतिहास में पहली बार कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद सरकारी कर्मचारियों को वेतन देना संभव नहीं है| उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग में तय दिन पर वेतन देना संभव नहीं है| सिंचाई विभाग में २-३ महीने से ठीक से वेतन नहीं दिया जा रहा है| उन्होंने कहा कि सभी विभागों में यही स्थिति है| आम लोग यही चर्चा कर रहे हैं कि ऐसी घटिया सरकार कैसे चल सकती है| उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कोई भी हो, स्थिति नहीं बदलेगी|
प्रियांक खड़गे के उस बयान कि अगर वह केंद्र में सत्ता में आए तो आरएसएस पर प्रतिबंध लगा देंगे, के जवाब में उन्होंने कहा हम ऐसे मूर्खतापूर्ण बयान का जवाब नहीं दे सकते, केंद्र में नरेंद्र मोदी जी की सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है| नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता भी बढ़ रही है| देश भी विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है| अगर वह जल्दबाजी में भाषण देते तो भारत चौथी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति नहीं बन पाता, जिस तरह से नरेंद्र मोदी ने पिछले ११ सालों में विकास के लिए काम किया है और देश का नेतृत्व किया है, उसने यह स्थान हासिल किया है| अगर प्रियांक खड़गे रातोंरात केंद्र की सत्ता में आने का सपना देखते हैं, तो हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है|
आम लोग भी राज्य में सरकार बदलने की बात कर रहे हैं| सत्ताधारी पार्टी के विधायक भी बात कर रहे हैं| केंद्रीय मंत्री हमारे वरिष्ठ प्रहलाद जोशी हमारी पार्टी के भीतर कुछ जिलों में आंतरिक समस्याओं का समाधान कर रहे हैं| मैंने खुद उनसे छोटी-छोटी समस्याओं को हल करने का अनुरोध किया था| इसी के अनुसार, उन्होंने कहा कि वे समय देकर समस्या को स्पष्ट करने का काम कर रहे हैं|