मानसून में भी नारियल पानी की कीमतों में गिरावट नहीं

-श्रावण में नारियल की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना

मानसून में भी नारियल पानी की कीमतों में गिरावट नहीं

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| बादल छाए रहने, गर्मी न पड़ने और लगातार बारिश के बावजूद, अकेले नारियल पानी की कीमत ७० रुपये तक पहुँच गई है| मानसून के मौसम में नारियल पानी की कीमत ७० रुपये तक पहुँच गई है, जिससे उपभोक्ता हैरान हैं|

यह पहली बार है जब नारियल पानी की कीमत में इतनी वृद्धि हुई है| पिछले दो वर्षों से पैदावार में गिरावट आ रही है, और नारियल पानी, नारियल और खोपरे की कीमतों में वृद्धि हुई है| नारियल की पैदावार में तीसरे स्थान पर रहने वाले कर्नाटक में इस बार पैदावार में काफी कमी आई है| इस वजह से कीमतें आसमान छू रही हैं| कीटों, तना छेदक, ब्लैकहेड वर्म के संक्रमण और अन्य बीमारियों के कारण किसान नारियल और सुपारी की खेती से दूर हो गए हैं|

इस वजह से पैदावार में कमी आई है| नारियल के बागानों के साथ सुपारी के पौधे भी लगाए जा रहे हैं, और इससे पैदावार पर भी असर पड़ा है| न केवल नारियल पानी, बल्कि नारियल, खोपरा और छिलकों की कीमतों में भी वृद्धि हुई है, जिससे उपभोक्ता चिंतित हैं| आषाढ़ बीत चुका है और श्रावण आ रहा है| इस पृष्ठभूमि में, त्योहारों, शादियों और शुभ कार्यों की एक श्रृंखला चल रही है| व्यापारी बोमलिंगैया ने कहा कि नारियल की माँग बढ़ने और कीमतों में भी वृद्धि होने की संभावना है|

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