टमाटर की कीमतों में अचानक गिरावट से किसान चिंतित!
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| पिछले एक पखवाड़े से टमाटर की कीमतों में सुधार के बाद अचानक गिरावट आई है, जिससे टमाटर उत्पादक परेशान हैं| बारिश, बादल छाए रहने और बीमारियों के कारण टमाटर की गुणवत्ता कम हो रही है, जिससे बाजार में कीमतें गिर रही हैं| पिछले १५ दिनों से धीरे-धीरे बढ़ रहे टमाटर के दाम अब अचानक गिर गए हैं| एक हफ्ते पहले, एशिया की दूसरी सबसे बड़ी मंडी, कोलार एपीएमसी मंडी में १५ किलो टमाटर का एक डिब्बा ७५० रुपये में बिक रहा था| अब यह घटकर २५० से ३०० रुपये पर आ गया है|
इस वजह से टमाटर उत्पादक किसान मुश्किल में हैं| पिछले हफ्ते खुदरा बाजार में एक किलो टमाटर ४० से ५० रुपये में बिक रहा था, लेकिन अब यह १५ से २० रुपये पर आ गया है| कीमतों में गिरावट उन किसानों पर वज्रपात की तरह पड़ी है जो बारिश और शुभ त्योहारों व समारोहों से होने वाले मुनाफे का आनंद ले रहे थे| पड़ोसी राज्यों महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में टमाटर की माँग है| ऐसे में अगर टमाटर खरीदकर बाहर भेज दिया जाए, तो फल जल्दी खराब हो जाते हैं और उनकी गुणवत्ता भी अच्छी नहीं होती, जिससे नुकसान होता है|
एक व्यापारी ने बताया कि यही वजह है कि व्यापारी खरीदने से हिचकिचा रहे हैं, और यही कीमत में गिरावट का कारण है| खराब मौसम, बीमारियों और बारिश के कारण फसल बर्बाद हो गई, और टमाटर की कीमत बढ़नी चाहिए थी| लेकिन, कीमत गिर गई है| टमाटर एक तरह की लॉटरी वाली फसल है, और कोई नहीं बता सकता कि इसकी कीमत कब बढ़ेगी या गिरेगी| अगर बढ़ेगी, तो शतक लगाएगी, और अगर दाम नीचे पहुँच जाए, तो १० रुपये या ५ रुपये प्रति किलो बिकेगी| किसी भी स्थिति में, नुकसान सिर्फ किसानों को ही होगा|