परिजनों ने केएसआरटीसी बस ड्राइवर की मौत के बाद आंखें की दान
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| बीमारी के कारण इलाज के लिए बेंगलूरु के एक अस्पताल में भर्ती कराए गए एक राज्य परिवहन बस चालक की मृत्यु हो गई है, और वह अपनी दो आंखें दान करके मृत्यु के बाद भी देखने लायक बन गए| कसाबा होबली के टेंगिनमरोड्डी गांव के एस. सुरेश की शुक्रवार को इलाज के अभाव में मौत हो गई|
वह शहर के राज्य परिवहन डिपो में ड्राइवर के रूप में कार्यरत थे और तीन दिन पहले पेट दर्द के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था| अप्रभावी उपचार के कारण उनकी मृत्यु हो गई| सुरेश, जो अविवाहित थे, के परिवार में उनकी मां और एक भाई है| दुख के बावजूद मृतक के परिजन सुरेश की दोनों आंखें दान करने के लिए राजी हो गए और कहा कि उन्होंने उनकी आंखें इसलिए दान की हैं ताकि सुरेश की आंखें फिर से दुनिया देख सकें|
सुरेश की आंखें दो नेत्रहीनों की जिंदगी में नई रोशनी लेकर आई हैं| मृत्यु के बाद भी उन्होंने नेत्रदान किया और दूसरों के लिए आदर्श बन गये| परिवहन बस स्टेशन पर सुरेश के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन की व्यवस्था की गई| चालक-परिचालकों और जनता ने उनके अंतिम दर्शन किए|