आरएसएस के खिलाफ आवाज उठाने वाले मंत्री को अकेला करना सही नहीं: मल्लिकार्जुन खड़गे
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि आरएसएस के खिलाफ आवाज उठाने वाले मंत्री प्रियांक खड़गे को अकेला कर दिया गया है| उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार को बेंगलूरु में मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली|
बताया जा रहा है कि इस मौके पर हुई चर्चा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने हाल की घटनाओं पर दुख जताया| संघ परिवार के खिलाफ लड़ाई के मुद्दे पर एकता नहीं है| मंत्री प्रियांक खड़गे की चिट्ठी के आधार पर राज्य सरकार ने कैबिनेट में फैसला लिया है| हालाँकि, यह पता चला है कि कोई भी मंत्री प्रियांक पर चल रहे व्यक्तिगत हमलों के बारे में बात नहीं कर रहा है, और ऐसा लग रहा है कि सरकार ने चुप्पी साध ली है| मंत्री को फोन कर धमकी दी जा रही है| किसी भी मंत्री ने सीधे तौर पर इसकी निंदा नहीं की| बताया जा रहा है कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस बात पर आपत्ति जताई है कि वह दीवार पर लगे दीपक की तरह बात कर रहे हैं| राज्य सरकार को केवल गारंटी योजनाओं तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, चुनावी घोषणा पत्र को अनिवार्य रूप से लागू करना चाहिए| कॉर्पोरेट बोर्डों की नियुक्ति में कार्यकर्ताओं पर विचार किया जाना चाहिए|
बताया जाता है कि उन्होंने चेतावनी दी है कि ठेकेदार आयोग को आरोपों के बारे में स्पष्ट बयान देना चाहिए| हालांकि कई बार सुझाव दिया गया है कि सत्ता साझेदारी को लेकर इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए, लेकिन बार-बार कुछ लोग बातें कर रहे हैं और भ्रमित कर रहे हैं| बताया जाता है कि उन्होंने आदेश दिया है कि ऐसे लोगों को सिर्फ नोटिस देकर दिखावटी स्पष्टीकरण लेने के बजाय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेे| डीके शिवकुमार और मल्लिकार्जुन खड़गे की मुलाकात से राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है| डीके शिवकुमार ने खड़गे से उस समय मुलाकात की जब सत्ता साझेदारी फॉर्मूले को लेकर खुली और गुप्त चर्चा चल रही थी| मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने दस दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराए गए खड़गे से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली|
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