हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया गया

इस्लाम के नाम पर वैश्विक आतंकवाद को अंजाम दिया जा रहा: सीटी रवि

हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया गया

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| विधान परिषद सदस्य सीटी रवि ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाकर उनका नाम और धर्म पूछकर और फिर उन्हें मार डालना, चाहे हिंदू हो या गैर-मुस्लिम, निंदनीय है|


यहां मीडिया प्रतिनिधियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस्लाम के नाम पर वैश्विक आतंकवाद को अंजाम दिया जा रहा है और इसे क्यों अंजाम दिया जा रहा है, इसके लिए किसी और सबूत की जरूरत नहीं है| उन्होंने कहा कि हमले के दौरान आतंकवादियों ने यह नहीं पूछा कि आपकी भाषा क्या है| उन्होंने यह नहीं पूछा कि आपकी जाति क्या है|

उन्होंने यह भी नहीं पूछा कि आप तमिलनाडु, केरल या कर्नाटक से हैं| उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि आतंकवादियों ने एक पति को उसकी पत्नी के सामने और एक पिता को उसके बच्चों के सामने मारकर राक्षसी रवैया दिखाया है| उनमें कोई मानवता नहीं है| उनका मानवता से कोई नाता नहीं है| जब कोई आतंकवादी गतिविधि होती है, तो हम उसकी निंदा करते हैं, अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं और फिर भूल जाते हैं| हम उन परिवारों को सांत्वना देते हैं और कुछ मुआवजा देते हैं और फिर भूल जाते हैं| हम हिसाब लगाते हैं कि कितने लोग किस राज्य से हैं और किस जाति से हैं| लेकिन, आतंकवादियों की नजर में इस्लाम को छोड़कर हर कोई काफिर है और इस आतंकवाद का इतिहास बहुत पुराना है| मोहम्मद गजनी, गोरी, खिलजी, औरंगजेब, टीपू सभी ने बड़े पैमाने पर नरसंहार किया जिससे डर पैदा हुआ और राजनीतिक शक्ति खत्म हो गई|

उन्होंने यह भी आलोचना की कि उन्होंने लोगों को धर्मांतरित करने का काम किया था| हम इस घटना के लिए जिम्मेदार चार आतंकवादियों को ढूंढ कर मार सकते हैं| लेकिन क्या आतंकवाद रुकेगा? एक नए रूप में, एक नए संगठन के नाम पर, खून के प्यासे राक्षस की तरह नए लोग पैदा होंगे| तो उस खून के प्यासे राक्षस को वह ताकत कहां से मिली? अगर उस ताकत को खत्म नहीं किया गया| अगर उसे मिटाया नहीं गया| अगर उसे बदला नहीं गया, तो आतंकवाद नहीं रुकेगा| यह एक कठोर सत्य है| यह एक तथ्यात्मक सत्य है| अगर इसे नहीं बदला गया तो ये खूनी राक्षस नए-नए तरीकों से पैदा होते रहेंगे|

Read More कश्मीर के राजौरी में दीवार गिरने से 20 लोग हुए घायल

तब तक दुनिया में शांति कैसे स्थापित हो सकती है? आज कर्नाटक के मंजूनाथ राव, भारत भूषण, मधुसूदन समेत विभिन्न राज्यों के २५ से ज्यादा लोग मारे गए हैं| इससे पहले पुलवामा में जवान, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर बम विस्फोटों में मारे गए बच्चे और कई बच्चे मारे गए हैं| उन्होंने पूछा कि ऐसा कब तक चलेगा| इन सभी को सिर्फ इसलिए मार दिया गया क्योंकि उन्होंने इस्लाम कबूल नहीं किया| क्या इस्लाम कबूल करने वाले खुश हैं? कम से कम अब तो हमें यह समझने की जरूरत है कि आपका अस्तित्व खतरे में है और मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए| उन्होंने मांग की कि किसी भी रूप में दया दिखाए बिना आतंकवादियों का सफाया किया जाना चाहिए|

Read More हूती बलों ने इजरायल के बेन गुरियन हवाईअड्डे पर मिसाइल हमला किया

Tags: