आपा को छोड़ गए 15 पार्षद
बर्बादी की कगार पर आम आदमी पार्टी
नई दिल्ली, 17 मई (एजेंसियां)। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आपा) को शनिवार को बहुत बड़ा झटका लगा। पार्टी के 15 पार्षदों ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) से इस्तीफा दे दिया है। दिल्ली में जल्द ही मेयर का चुनाव होना है हालांकि आपा ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि वह मेयर का चुनाव नहीं लड़ेगी।
15 पार्षदों ने पार्टी को इस्तीफा सौंप कर इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी के नाम से नए दल के गठन की घोषणा भी कर दी है। नए दल का नेतृत्व हेमचंद गोयल करेंगे। इस्तीफा देने वाले पार्षदों में मुकेश गोयल, हिमानी जैन, देवेंद्र कुमार, राजेश कुमार लाडी, सुमन अनिल राणा और दिनेश भारद्वाज आदि नेता शामिल हैं। पार्षदों की ओर से जारी किए गए आधिकारिक पत्र में कहा गया है कि वे सभी 2022 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर एमसीडी में पार्षद चुने गए थे लेकिन एमसीडी की सत्ता में आने के बावजूद पार्टी का शीर्ष नेतृत्व सुचारू ढंग से एमसीडी नहीं चला पाया और शीर्ष नेतृत्व का निगम पार्षदों से समन्वय नहीं रहा और इसी वजह से पार्टी विपक्ष में आ गई। पार्टी छोड़ने वाले पार्षदों ने आरोप लगाया है कि जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया और इसलिए वे पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि 70 विधानसभा सीटों वाली दिल्ली की विधानसभा में भाजपा ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि आम आदमी पार्टी को केवल 22 सीटें मिलीं। कांग्रेस का इस बार भी खाता नहीं खुल सका। भाजपा ने 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की है। दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी और भाजपा के नेताओं के बीच लगातार जुबानी जंग चलती रहती है। दिल्ली में जलभराव, बिजली की कटौती सहित तमाम मुद्दों पर दोनों दलों के नेता एक-दूसरे पर हमलावर रहते हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व पर सवाल खड़े हुए थे क्योंकि पार्टी ने चुनाव के दौरान ऐलान किया था कि दिल्ली की सत्ता में आने के बाद केजरीवाल फिर से मुख्यमंत्री होंगे लेकिन भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज कर राजनीतिक विश्लेषकों को चौंका दिया था। विधानसभा चुनाव में हार के बाद अब आपा को एमसीडी में भी जोरदार झटका लगा है।