ऋषिकेश में मौत का बहाव: नदी ने लील ली दो जिंदगियां, एक मासूम मौत को चकमा देकर लौटी!
देहरादून, 30 मई (एजेंसी) — देवभूमि ऋषिकेश की शांत दिखने वाली नदी ने शुक्रवार को खेलती-हँसती तीन बच्चियों को मौत के मुंह में धकेल दिया। तीन मासूम बच्चियां नदी में नहाने गईं, लेकिन वापस लौटी सिर्फ एक — बाकी दो की सांसें पानी में हमेशा के लिए थम गईं।
यह दिल दहला देने वाली घटना आईडीपीएल श्मशान घाट के पास हुई, जहाँ नदी के तेज बहाव ने जिंदगी को निगल लिया और हर कोई बस देखता रह गया।
🌊 खेलते-खेलते मौत के करीब पहुंचीं बच्चियां
शाम का वक्त था, मौसम सुहावना था — तीन बच्चियां ऋषिकेश की नदी में मस्ती करने पहुंचीं। लेकिन मस्ती कब मातम में बदल गई, किसी को खबर नहीं हुई। स्थानीय लोगों ने हिम्मत दिखाकर 10 वर्षीय अंजली को किसी तरह बचा लिया, लेकिन 13 वर्षीय नेहा और 14 वर्षीय अंजली को पानी ने वापस लौटने नहीं दिया।
🚨 घटनास्थल पर हड़कंप, SDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन
जैसे ही सूचना सिटी कंट्रोल रूम को मिली, एसडीआरएफ की टीम तुरंत हरकत में आई। कमांडेंट अर्पण यदुवंशी के निर्देशन में पोस्ट ढालवाला से टीम घटनास्थल पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद दोनों बच्चियों के शव बरामद किए गए।
🧍♀️ एक गली, तीन बच्चियां, दो अंत... एक सन्नाटा
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि तीनों बच्चियां एक ही मोहल्ले — शिवलोक चौक, गली नं 6 की रहने वाली थीं। अब उस गली में मासूम हँसी की जगह मातम पसरा है, और हर घर में एक ही सवाल — क्यों नहीं रोका किसी ने उन्हें?
📢 चूक या चितां — क्या लापरवाही बन गई मौत की वजह?
स्थानीय प्रशासन और अभिभावकों के लिए यह घटना एक चेतावनी है कि गर्मियों में नदी किनारे बढ़ती बच्चों की भीड़ पर नजर रखना अब ज़रूरी हो गया है। एक छोटी सी चूक कितनी बड़ी त्रासदी बन सकती है, ऋषिकेश की यह घटना उसका खौफनाक उदाहरण है।