विदेश में नौकरी घोटाला
पीड़ितों ने करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोप लगाया, डेढ़ साल बाद भी कोई गिरफ्तारी नहीं
मेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| मेंगलूरु के कंकनाडी में एक भर्ती एजेंसी से जुड़े कथित तौर पर बड़े पैमाने पर विदेशी नौकरी धोखाधड़ी मामले में लगभग डेढ़ साल बाद भी कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हुई है और कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है| एजेंसी द्वारा कथित तौर पर करोड़ों रुपये ठगे गए| पीड़ितों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी निराशा व्यक्त की|
आरोपी की पहचान द लीजेंड आईईएलटीएस के ऑल्विन डी’मेलो के रूप में हुई है, जिसने कथित तौर पर विदेश में नौकरी दिलाने का वादा किया था, उम्मीदवारों से बड़ी रकम वसूली थी, लेकिन अपने वादों को पूरा करने या भुगतान वापस करने में विफल रहा| कई व्यक्तियों ने मेंगलूरु में द लीजेंड आईईएलटीएस एजेंसी के ऑल्विन डी’मेलो पर विदेश में नौकरी दिलाने का झूठा वादा करके उन्हें ठगने का आरोप लगाया है| अनीता नोरोन्हा ने आरोप लगाया कि उन्होंने दुबई में नौकरी के लिए ७५,००० रुपये का भुगतान किया था, जो कभी नहीं मिला| ब्रैंडन पिंटो ने दावा किया कि उन्होंने दुबई में वादा किए गए एविएशन जॉब के लिए १.३ लाख रुपये का भुगतान किया था| उन्होंने कहा कि उन्हें व्हाट्सऐप के जरिए फर्जी ऑफर लेटर भी मिला और उन्होंने ट्रेनिंग भी ली, लेकिन न तो नौकरी मिली और न ही रिफंड| जैसन डिसूजा ने कहा कि उन्होंने नीदरलैंड में अपने और अपनी पत्नी के लिए क्लेरिकल जॉब के लिए ८.५ लाख रुपये का भुगतान किया था और जब उन्होंने रिफंड मांगा तो उन्हें धमकाया गया| पीड़ितों के अनुसार अब तक करीब ६० लोग इसी तरह की शिकायतें लेकर सामने आए हैं और अनुमान है कि कुल धोखाधड़ी १५ से २० करोड़ रुपये के बीच है| पीड़ितों में से एक कैरोल मस्कारेनहास ने कहा मैंने कतर में नौकरी के लिए द लीजेंड आईईएलटीएस से संपर्क किया और वर्ष २०२१ में १.३ लाख रुपये तक का भुगतान किया| अब चार साल से अधिक समय हो गया है और हमें पैसे वापस नहीं मिले हैं|