तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना लक्ष्य

 गांधीनगर में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना लक्ष्य

भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका

अब हमें अपने देश के ब्रांड पर गर्व करना है

गांधी नगर, 27 मई (एजेंसियां)। दो दिवसीय गुजरात दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर के महात्मा मंदिर में 5,536 करोड़ की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा, हमें अपने देश के ब्रांड पर गर्व करना चाहिए। हमें मेड इन इंडिया पर गर्व करना चाहिए। हम अपनी जरूरत की ज्यादातर चीजों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहे हैं। पर ये चीजें अब देश में ही उपलब्ध हैं। हमारी जरूरत की 90 प्रतिशत से अधिक और अच्छी चीजें देश में ही उपलब्ध हैं। हमें उनका इस्तेमाल करना चाहिए।

पीएम मोदी ने कहामुझे याद है कि हमने छठे से पांचवें स्थान पर पहुंचने का जश्न मनाया था। यह क्षण विशेष रूप से महत्वपूर्ण थाक्योंकि हमने उसी देश को पीछे छोड़ दियाजिसने 250 वर्षों तक हम पर शासन किया। अबजब हम चौथे स्थान पर पहुंच गए हैंतो तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का दबाव बढ़ रहा है। उससे भी अधिक दृढ़ संकल्प की जरूरत है। यह देश अब इंतजार नहीं करना चाहता। अगर कोई सुझाव देता है कि हमें धैर्य रखना चाहिएतो आप आवाजें सुन सकते हैं कि मोदी है तो मुमकिन है। इसलिए हमारा स्पष्ट लक्ष्य 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है।

पीएम मोदी ने ने कहा कि 2014 में 26 मई को मुझे पहली बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने का अवसर मिला। उस समयभारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में 11वें स्थान पर थी। इस दौरान हमने कोरोना से लड़ाई लड़ीपड़ोसियों से भी मुसीबतें झेलीं। प्राकृतिक आपदा भी झेली इसके बावजूद इतने कम समय में हम 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था से चौथे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने में कामयाब रहे। पीएम ने कहा कि हम विकास चाहते हैंप्रगति चाहते हैं। पीएम ने कहाहमारा लक्ष्य है, 2047 में हिंदुस्तान को विकसित होना ही चाहिए। हम आजादी के 100 साल ऐसे मनाएंगे कि दुनिया में विकसित भारत का झंडा फहरता रहेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहलगाम हिंसा और ऑपरेशन सिंदूर का संदर्भ लेते हुए कहा, शरीर कितना भी सेहतमंद क्यों न होअगर कांटा चुभता है तो पूरे शरीर को दर्द होता है। इसलिए हमने तय कर लिया है कि उस कांटे को निकाल कर ही दम लेंगे। आतंकवादियों ने जब पीओके पर अवैध कब्जा कियाअगर उसी दिन उन मुजाहिदीनों को मौत के घाट उतार दिया गया होता तो आज ये हालात न होते। सरदार पटेल चाहते थे कि जब तक पीओके हमें वापस न मिल जाएसेना वापस नहीं आनी चाहिएलेकिन उनकी बात नहीं मानी गई। मैं दो दिन से गुजरात में हूं। कल वडोदरादाहोदभुजअहमदाबाद और आज गांधीनगर में हूं। मैं जहां-जहां गया वहां गर्जना करता सिंदूरिया सागर और लहराता तिरंगा जन-जन के हृदय में मातृभूमि के प्रति अपार प्रेम और देशभक्ति का ज्वार देखने को मिल रहा है। ये दृश्य सिर्फ गुजरात में नहीं हैहिंदुस्तान के कोने-कोने में हैहर हिंदुस्तानी के दिल में है। यह अविस्मरणीय है।

Read More महाभियोग की सिफारिश कर चले गए संजीव खन्ना

प्रधानमंत्री ने कहा, मुजाहिदीनों के मुंह में खून लग गया था। यह सिलसिला 75 साल से चल रहा है। पहलगाम में भी उसी का विकृत रूप था। 75 साल तक हम इसे झेलते रहे। पाकिस्तान के साथ जब-जब युद्ध की नौबत आईहर बार भारत की सैन्य शक्ति ने पाकिस्तान को धूल चटा दी। पाकिस्तान समझ गया कि लड़ाई में वह भारत से जीत नहीं सकता। इसीलिए उसने छद्म-युद्ध (प्रॉक्सी-वार) का सहारा लिया। उसने आतंकी तैयार करने शुरू किए। उन्हें भारत भेजने लगा। हम जब उनके आतंकियों को घर में घुसकर मारते हैं तो वे सम्मान के साथ दहशतगर्दों को विदाई देते हैं।

Read More एनडीए को 44 विधायकों का समर्थन

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब आतंकवाद के 9 ठिकानों को तय करके 22 मिनट में ध्वस्त कर दियातब सब कुछ कैमरे के सामने किया गया। ऐसा इसलिए कि यहां कोई सबूत न मांगने लगे। अब हमें सबूत नहीं देना पड़ा रहा है। सामने वाला खुद ही सबूत पर सबूत दे रहा है। 6 मई की रात जो लोग मारे गएपाकिस्तान में उन जनाजों को स्टेट ऑनर दिया गया। उनके ताबूतों पर पाकिस्तान के झंडे लगाए गएवहां की सेना ने उनको सैल्यूट किया। यह सिद्ध करता है कि आतंकवादी गतिविधि प्रॉक्सी-वार नहीं हैये पाकिस्तान की सोची-समझी युद्ध की रणनीति है। आप वार ही कर रहे हैंतो उसका जवाब भी वैसे ही मिलेगा। हमारा देश महान संस्कृति परंपरा को लेकर चला है। वसुधैव कुटुंबकम हमारा संस्कार है। हमारी रग-रग में है। हमारा चरित्र है। हमने इसे जिया है। वे भी सुख-चैन से जीएं और हमें भी जीने दें। हजारों वर्षों से यही हमारा चिंतन रहा है। हम निष्ठा भाव के साथ कोटि-कोटि भारतीयों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। इसके बावजूद जब बार-बार हमारे सामर्थ्य को ललकार जाए तो यह देश वीरों की भी भूमि है।

Read More रोज बदबूदार गंदे नाले से गुजरते हैं तीन हजार फौजी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं नई पीढ़ी को बताना चाहता हूं कि कैसे हमारे देश को बर्बाद कर दिया गया। अगर आप 1960 की सिंधु जल संधि का अध्ययन करेंगेतो आपको झटका लगेगा। यह तय हुआ था कि जम्मू-कश्मीर की नदियों पर बने बांधों की सफाई नहीं की जाएगी। गाद निकालने का काम नहीं किया जाएगा। गंदगी साफ करने के लिए नीचे के गेट बंद रहेंगे। 60 साल तक ये गेट कभी नहीं खोले गए। जिन जलाशयों को 100 प्रतिशत क्षमता तक भरना थावे अब केवल 2 प्रतिशत या 3 प्रतिशत तक ही सीमित रह गए हैं। अभीमैंने कुछ नहीं किया है और लोग वहां (पाकिस्तान) पसीना बहा रहे हैं। हमने बांधों की सफाई के लिए छोटे-छोटे गेट खोले हैं और वहां पहले से ही बाढ़ आ गई है।