विधायकों ने मंत्री जमीर के इस्तीफे की मांग तेज की
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| आवास योजना रिश्वत कांड गंभीर रूप लेता जा रहा है और सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों ने मंत्री जमीर अहमद खान के इस्तीफे की मांग शुरू कर दी है|
शिवमोग्गा में पत्रकारों से बात करते हुए सागर विधानसभा क्षेत्र बेलूर से कांग्रेस विधायक गोपालकृष्ण ने कहा कि आवास मंत्री जमीर अहमद खान पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं| इसलिए उनके लिए अपने पद से इस्तीफा दे देना ही अच्छा है|
ऐसे कई उदाहरण हैं जब ऐसे आरोप लगने पर कई लोगों ने इस्तीफा देकर जांच का सामना किया है| इसी तरह जमीर अहमद खान को भी इस्तीफा देकर जांच का सामना करना चाहिए| उन्होंने कहा कि अगर वे निर्दोष साबित होते हैं तो उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना चाहिए| इसके साथ ही कांग्रेस विधायकों ने आवास विभाग रिश्वत कांड की जांच की मांग शुरू कर दी है|
मंत्री जमीर अहमद खान पर इस्तीफे के लिए बढ़ते दबाव के बावजूद मुख्यमंत्री सिद्धरामैया चुप हैं| गंभीर आरोप उनके करीबी विधायक बीआर पाटिल ने लगाए हैं| आरोप के निशाने पर उनके ही करीबी मंत्री जमीर अहमद खान हैं| दोनों के बीच कोई बयान दिए बिना सिद्धरामैया चुप हैं| हर राजनीतिक घटनाक्रम पर बयान देकर प्रतिक्रिया देने वाले सिद्धरामैया अपनी ही सरकार में चर्चित आवास विभाग घोटाले पर तटस्थ होकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं, जो मौन समाधि लक्षणम की तरह है|
उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने रविवार को कहा था कि वे बी.आर. पाटिल के बयान की निंदा करेंगे| हालांकि सोमवार को उन्होंने अपने बयान से यू-टर्न ले लिया और कहा है कि आवास मंत्री जमीर अहमद खान को इस पर जवाब देना चाहिए| यह स्पष्ट है कि आवास रिश्वत कांड ने राज्य सरकार को काफी शर्मिंदा किया है|
इस समय वे कोई भी बयान दें, उसका स्वरूप अलग ही होगा, इसलिए मुख्यमंत्री इंतजार करो और देखो की रणनीति पर चल रहे हैं| इस बीच पार्टी के अपने ही विधायक मंत्री जमीर अहमद खान के खिलाफ हो गए हैं| पता चला है कि वे आवास विभाग रिश्वत कांड की जांच के लिए उन पर दबाव बना रहे हैं|
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