183 स्कूली वाहन कंडम, 258 का फिटनेस-परमिट खत्म
स्कूल खुलने के पहले आरटीओ ने जारी की चेतावनी
लखनऊ, 29 जून (एजेंसियां)। पहली जुलाई से स्कूल खुल रहे हैं। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही परिवहन विभाग की ओर से ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ ने शुक्रवार को स्कूली वाहनों से जुड़ी रिपोर्ट जारी की है। राजधानी में स्कूल व शैक्षणिक संस्थानों के नाम पर पंजीकृत 1915 वाहनों में 183 अपनी उम्र पूरी करके कंडम हो चुके हैं। 258 वाहन ऐसे भी हैं जिनका फिटनेस व परमिट खत्म हो चुका है। इसमें 122 वाहनों का फिटनेस तो 208 का परमिट नहीं है। संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) ने शुक्रवार को ऐसे वाहनों की रिपोर्ट जारी की है। ये भी कहा है कि ऐसे वाहनों में यदि बच्चे सवार मिले तो संबंधित स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
पहली जुलाई से स्कूल खुल रहे हैं। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही परिवहन विभाग की ओर से ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ ने शुक्रवार को स्कूली वाहनों से जुड़ी ये रिपोर्ट जारी की है। इसके साथ ही वाहन मालिकों को नोटिस भेजा गया है ताकी वो स्कूल खुलने से पहले ही फिटनेस व परमिट का काम पूरा करवा लें। एआरटीओ प्रशासन प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि कोई भी वाहन 15 वर्ष तक ही संचालित किया जा सकता है। रिकॉर्ड की जांच में 183 ऐसे वाहन मिले हैं जिनकी उम्र पूरी हो चुकी है। 122 वाहनों का फिटनेस नहीं है और 208 के परमिट खत्म हो गए हैं। 72 वाहन ऐसे हैं, जिनकी फिटनेस व परमिट दोनों नहीं है। 58 वाहनों का परमिट हैं, लेकिन फिटनेस नहीं है। राजधानी में सिर्फ 1474 स्कूली वाहन ही मानकों के आधार पर चलने योग्य हैं।
कंडम और अनफिट स्कूली वाहनों के खिलाफ पहली जुलाई से अभियान चलाया जाएगा। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान 15 दिन चलेगा। इस दौरान अनफिट, बिना परमिट व नियमों को दरकिनार कर चल रहे स्कूली वाहनों पर कार्रवाई होगी। उम्र पूरी कर चुके वाहन चलते मिले तो स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर होगी। राजधानी के नामचीन स्कूलों, शैक्षणिक संस्थानों के वाहन भी कंडम हैं। इसमें बस, ओमनी वैन, मैक्सी कैब आदि शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि राजधानी में चिह्नित कंडम स्कूली वाहनों में सीएमएस के 32, जयपुरिया के चार, पीजीआई के चार, कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के तीन, डीपीएस के पांच व केजीएमयू जैसे प्रमुख संस्थान का एक वाहन शामिल है। इसके अतिरिक्त कई स्कूल, इंजीनियरिंग कॉलेज भी इस सूची में सम्मिलित हैं।
राजधानी लखनऊ में स्कूली और शैक्षणिक संस्थानों के 1915 वाहन हैं। इनमें 1474 वाहन ही चलने लायक हैं, यानि उनका फिटनेस-परमिट दुरुस्त है। 122 वाहनों की फिटनेस नहीं है, जबकि 208 वाहनों का परमिट भी खत्म हो चुका है। 183 वाहनों की उम्र पूरी हो चुकी है और जो कंडम हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन ऐसे वाहनों का इस्तेमाल कर रहे हैं और बच्चों की जान खतरे में डाल रहे हैं। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि चेकिंग अभियान के दौरान पकड़े जाने पर वाहन मालिकों के साथ-साथ स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।