बाघों को जहर देकर मारने वाले हत्यारे न्यायिक हिरासत में

बाघों को जहर देकर मारने वाले हत्यारे न्यायिक हिरासत में

मेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| मालेमहादेश्वर वन्यजीव अभ्यारण्य के हुग्यम वन्यजीव क्षेत्र में पांच बाघों की मौत के मामले में तीन आरोपियों को यहां सरकारी अस्पताल में चिकित्सकीय जांच के बाद न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया|

हनूर के मिन्या रेंज के कोप्पा गांव के आरोपी मधुराज, नागराज और कोनप्पा को डीसीएफ चक्रपाणि, एसीएफ गजानन हेगड़े और हुग्यम वन रेंज अधिकारी मदेश की टीम के साथ कोर्ट में पेश किया गया| उन्हें यहां प्रिंसिपल सिविल जज के समक्ष पेश किया गया और जज काव्याश्री ने आरोपियों को तीन दिन (सोमवार तक) न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया| चामराजनगर जिले के हनूर तालुक में माले महादेश्वर वन्यजीव अभ्यारण्य के हुग्यम वन्यजीव अभ्यारण्य क्षेत्र में एक मादा बाघ और उसके चार शावकों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई|

इस घटना ने राज्य के वन्यजीव संरक्षण को एक गंभीर संदेश दिया है| बुधवार को हुग्यम वन क्षेत्र में ५ बाघों के शव मिले थे| शुक्रवार को घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे वन मंत्री ईश्वर बी. खंड्रे ने घटना को गंभीरता से लिया और सच्चाई का पता लगाने के लिए राज्य के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया| इस समय वन्यजीव विशेषज्ञों ने संदेह जताया था कि बाघों की मौत जहरीले धुएं के कारण हुई है| इसी तरह, यदि यह मौत वन विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण हुई है, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं|

इसके अलावा, यदि मौत बिजली के झटके या जहर के कारण हुई है, तो मंत्री ने विभाग को मामले की गहन जांच करने और तीन दिनों के भीतर सरकार को रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं| पांच-छह दिन पहले शिवने गौड़ा की एक गाय को एक बाघ ने भोजन के रूप में पकड़ लिया और उसका वध कर दिया| तदनुसार, आरोपी ने गाय को मारने वाले बाघ को मारने की ठान ली और वहां मृत पड़ी गाय के मांस पर जहरीला पदार्थ इस्तेमाल किया| तदनुसार, बाघ द्वारा मारी गई गाय के मालिक शिवने गौड़ा के बेटे मदुराज ने बाघों को मारने का फैसला किया|

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इसके लिए उसने बाघों द्वारा खाए गए गाय के मांस पर जहरीला पदार्थ डालकर ऐसा घिनौना काम किया है कि पूरा देश हैरान है| मदुराज द्वारा दिए गए जहर से एक साथ पांच बाघों की मौत हो गई| वन विभाग के अधिकारी, जो उस पर शक कर रहे थे, सुबह से ही उसकी हरकतों पर नजर रख रहे थे और उसे गिरफ्तार करने के लिए ही रुके थे| पूछताछ के लिए लाए गए ५ लोगों में से एक उसके पिता शिवने गौड़ा भी थे| ऐसा कहा जाता है कि पूछताछ के दौरान ५ लोगों ने ऐसे बयान भी दिए, जिससे मदुराज पर शक पैदा हुआ| इसके अनुसार, भले ही उसके पिता का बयान कुछ ऐसा ही था, लेकिन जब वन मंत्री वहां से जा रहे थे, तो वन विभाग ने पुलिस की मदद से रात ८ बजे कोप्पा गांव में अपने घर में छिपे बाघ के हत्यारे मदुराज को पकड़ लिया|

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