निष्कासित ईश्वरप्पा को भाजपा में वापस लाने की मांग बढ़ी

ईश्वरप्पा सिर्फ कुरुबा समुदाय के नेता नहीं, वे पिछड़े वर्ग के भी नेता हैं

निष्कासित ईश्वरप्पा को भाजपा में वापस लाने की मांग बढ़ी

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निष्कासित वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा को भाजपा में वापस लाने की मांग जोर पकड़ रही है| इस संबंध में शनिवार को एक निजी होटल में भाजपा के कुरुबा समुदाय के नेताओं की बैठक आयोजित कर ईश्वरप्पा को पार्टी में लाने के लिए आलाकमान से बातचीत करने का निर्णय लिया गया|

बैठक में प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र को जिम्मेदारी देते हुए ईश्वरप्पा को पार्टी में लाने की मांग की गई है| बैठक में विधायक भैरती बसवराज, दोड्डनगौड़ा पाटिल, पूर्व विधायक प्रकाश, पूर्व विधान परिषद सदस्य रघुनाथ मलकापुरे, डॉ. हुलिनायकर शरणु तारिकेरी, अंबिका हुलिनायकर, सोमशेखर, एम. नागराज, एच.डी. पाटिल, भोजराज खारोली समेत अन्य प्रमुख नेता व विभिन्न जिलों से आए नेता शामिल हुए| बैठक में शामिल हुए अधिकांश नेताओं ने कहा कि ईश्वरप्पा सिर्फ कुरुबा समुदाय के नेता नहीं हैं| वे पिछड़े वर्ग के नेता हैं| भाजपा के निर्माण और पोषण में उनकी भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता| इसलिए, उनमें से अधिकांश ने राज्य के नेताओं से पार्टी से निकाले गए लोगों को वापस लाने का आग्रह किया है|

किसी भी स्थिति में तालुक और जिला पंचायत चुनाव होने की संभावना है| कुरुबा समुदाय को अधिक प्राथमिकता दी जानी चाहिए| यह भी मांग की गई है कि ओबीसी वर्ग को भी मान्यता दी जानी चाहिए| ईश्वरप्पा से पार्टी को और मजबूती मिलेगी| हो सकता है कि वे विभिन्न कारणों से दूर रहे हों| अगर पार्टी छोड़कर गए लोगों को वापस पार्टी में लाया जाता है, तो संगठन और मजबूत होगा| विजयेंद्र सहित राज्य के नेताओं को इस बारे में आश्वस्त किया जाना चाहिए| बैठक में मांग की गई कि तुरंत आलाकमान से बातचीत की जाए| पार्टी में वरिष्ठ नेताओं की कमी है| इसके अलावा, कुरुबा समुदाय से, ईश्वरप्पा वरिष्ठता में सीएम सिद्धरामैया के बाद दूसरे नंबर के नेता हैं| हो सकता है कि उन्हें किसी बुरी स्थिति में पार्टी से निकाला गया हो|

भविष्य के लिए, संगठन के लिए यह फायदेमंद होगा कि इसे भूला दिया जाए और उन्हें वापस लाया जाए| आइए हम आलाकमान के नेताओं को उनकी जरूरत के बारे में समझाएं| बैठक में यह भी राय व्यक्त की गई कि संभव हो तो एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली जाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित अन्य नेताओं से मिले| साथ ही प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र को कुरुबा समाज के पक्ष में खड़ा होना चाहिए| स्थानीय निकाय चुनाव में हमारे समाज को बड़ी संख्या में टिकट दिए जाने चाहिए| पार्टी पदाधिकारियों के पदों पर भी प्राथमिकता दिए जाने की मांग की गई|

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अब जब प्रदेश अध्यक्ष का मुद्दा आया है तो समाज को विजयेंद्र के पक्ष में खड़ा होना चाहिए| आलाकमान से अपील है कि उन्हें पद पर बनाए रखें| कांग्रेस में पार्टी छोड़कर गए लोगों को वापस लाने पर भी चर्चा हुई| पार्टी छोड़कर गए लोगों को वापस लाने के कारण ही जीत मिली है| हमारे बीच भ्रम के कारण विधानसभा चुनाव में हमें करारी हार का सामना करना पड़ा| चूंकि लोकसभा चुनाव में भी यही भ्रम रहा, इसलिए हम लगभग तीन सीटें हार गए| सभी को अपनी दुश्मनी और प्रतिष्ठा को किनारे रखकर पार्टी के विकास में हाथ मिलाना चाहिए| यह निर्णय लिया गया कि पार्टी छोड़कर गए लोगों को वापस लाने के लिए सभी को आगे आना चाहिए|

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