एनआईए ने सुहास शेट्टी हत्याकांड में वित्तीय जांच शुरू की
-आरोपी और उसके परिवार के बैंक खाते जांच के दायरे में
मेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| गत १ मई को बाजपे में किन्नीपदावु जंक्शन के पास राउडीशीटर सुहास शेट्टी की हत्या की जांच अपने हाथ में लेने वाली राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अब अपराध के पीछे के वित्तीय स्रोतों की जांच शुरू कर दी है|
एनआईए के अधिकारियों ने पहले ही आठ प्रमुख आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और उनसे गहन पूछताछ कर रहे हैं| मेंगलूरु सिटी क्राइम ब्रांच (सीसीबी) द्वारा पहले एकत्र किए गए सभी जांच रिकॉर्ड आधिकारिक तौर पर एनआईए को सौंप दिए गए हैं|
अब, एनआईए सभी १२ व्यक्तियों के बैंक खातों की बारीकी से जांच कर रही है - जिसमें प्रत्यक्ष आरोपी और कथित तौर पर उनकी सहायता करने वाले दोनों शामिल हैं| सूत्रों के अनुसार, एजेंसी को कुछ स्थानीय व्यक्तियों से आरोपियों के खातों में पैसे ट्रांसफर किए जाने के सबूत मिले हैं|
इसके अलावा, आरोपियों के परिवार के सदस्यों के बैंक खातों की भी जांच की जा रही है| एनआईए के डीआईजी राहुल और एसपी शिवकुमार को मामले के बारे में पूरी जानकारी दे दी गई है और डीएसपी पवन कुमार की अगुवाई वाली एक टीम चल रही जांच का नेतृत्व कर रही है|
इससे पहले हिंदू संगठनों और भाजपा नेताओं ने संदेह जताया था कि सुहास हत्याकांड के आरोपियों के खातों में विदेशी धन जमा किया गया था| उन्होंने इस बात को भी खारिज कर दिया था कि हत्या के लिए ५ लाख रुपये का इस्तेमाल किया गया था, जो कथित तौर पर फाजिल के भाई आदिल द्वारा मुहैया कराया गया था, जिसकी हत्या सूरतकल में की गई थी|
प्रतिबंधित पीएफआई से संदिग्ध संबंध पूछताछ के दौरान, कुछ आरोपियों ने कथित तौर पर स्वीकार किया कि प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े लोगों और वर्तमान में विदेश में रहने वाले लोगों ने हत्या के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की थी| सूत्रों का कहना है कि एनआईए ने अब आरोपियों और प्रतिबंधित संगठन के बीच संबंधों की ओर इशारा करते हुए विश्वसनीय सबूत जुटाए हैं|
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