6,411 तीर्थयात्रियों का तीसरा जत्था जम्मू से रवाना हुआ
दिल का दौरा पड़ने से एक अमरनाथ श्रद्धालु की मौत
जम्मू, 04 जुलाई (ब्यूरो)। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वार्षिक अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों का तीसरा जत्था शुक्रवार सुबह जम्मू बेस कैंप से कश्मीर के लिए रवाना हुआ जबकि कल रवाना हुआ जत्था आज गुफा में दर्शन करेगा। अभी तक 20 हजार के करीब यात्री हिमलिंग के दर्शन कर चुके हैं। एक तीर्थयात्री की मौत भी हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि आज कुल 6,411 यात्री दो अलग-अलग काफिलों में रवाना हुए एक बालटाल और दूसरा पहलगाम हिमालय में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर की अपनी आध्यात्मिक यात्रा जारी रखने के लिए। अधिकारियों के अनुसार, बहु-स्तरीय सुरक्षा कवर के तहत 130 बसों, 46 मध्यम मोटर वाहनों (एमएमवी), 113 हल्के मोटर वाहनों (एलएमवी) और 2 दोपहिया वाहनों सहित 291 वाहनों को परिवहन के लिए तैनात किया गया था।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, तीर्थयात्रियों के तीसरे जत्थे में 4,723 पुरुष, 1,071 महिलाएं, 37 बच्चे, 487 साधु और 93 साध्वियां शामिल थीं। कुल तीर्थयात्रियों में से 2,789 बालटाल के रास्ते गए, जबकि 3,622 ने पहलगाम मार्ग चुना था। तीर्थयात्रियों की सुरक्षित और सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए दोनों काफिलों को सुरक्षा बलों और चिकित्सा दलों द्वारा सुरक्षा प्रदान की गई। अमरनाथ यात्रा के सुचारू और सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मार्ग पर पुलिस, सीआरपीएफ, आईटीबीपी और अन्य अर्धसैनिक बलों के हजारों कर्मियों को तैनात किया गया है। 3 जुलाई को शुरू हुई 38 दिवसीय तीर्थयात्रा 9 अगस्त को समाप्त होने वाली है।
इस बीच उत्तर प्रदेश के एक 39 वर्षीय श्रद्धालु की शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा मार्ग पर शेषनाग में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश निवासी गजराज श्रीवास्तव के बेटे दिलीप श्रीवास्तव के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रा के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा और मौके पर मौजूद चिकित्साकर्मियों के तत्काल प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। उन्होंने बताया कि शव को कानूनी औपचारिकताओं और आगे की प्रक्रियाओं के लिए पास के एक चिकित्सा केंद्र में ले जाया गया है।
दूसरी ओर कल (3 जुलाई) औपचारिक रूप से शुरू हुई 38 दिवसीय वार्षिक श्री अमरनाथ जी यात्रा, दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम और मध्य कश्मीर के गंदरबल जिले के बालटाल के दोहरे मार्गों से सुचारू रूप से चल रही है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दोनों मार्गों से सुबह-सुबह यात्रियों की आवाजाही शुरू हो गई। आज सुबह 3000 से अधिक श्रद्धालुओं को पहलगाम मार्ग से चंदनवाड़ी की ओर जाने की अनुमति दी गई। बालटाल गंदरबल बेस कैंप से 7700 से अधिक तीर्थयात्रियों को पवित्र गुफा की ओर जाने की अनुमति दी गई। अधिकारियों ने बताया कि 10 बजे तक 3200 से अधिक तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा के दर्शन कर लिए, जो बालटाल मार्ग से पवित्र गुफा पहुंचे। यात्री दोनों मार्गों पर सभी प्रकार की व्यवस्थाओं, सुविधाओं और सुरक्षित वातावरण से बहुत खुश, प्रसन्न और संतुष्ट दिखे।
इस वर्ष देश भर से लाखों श्रद्धालुओं के दर्शन करने की उम्मीद है। यात्रा के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए, बहु-स्तरीय सुरक्षा ग्रिड लागू किया गया है, जिसमें मार्ग पर हजारों सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। पारंपरिक उपायों के अलावा, एआई-संचालित सीसीटीवी निगरानी प्रणाली वास्तविक समय में खतरे का पता लगाने के लिए प्रमुख स्थानों की निगरानी कर रही है।