दक्षिण कन्नड़, उडुपी में भारी बारिश जारी, आज के लिए ऑरेंज अलर्ट

दक्षिण कन्नड़, उडुपी में भारी बारिश जारी, आज के लिए ऑरेंज अलर्ट

मेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| दक्षिण कन्नड़ (डीके) जिले में भारी बारिश जारी रही, जिसके चलते बंटवाल तालुक के अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी| सुबह हुई भारी बारिश के कारण जिले के कई इलाकों में कृत्रिम बाढ़ आ गई, जिसके बाद थोड़ी राहत मिली, लेकिन शाम को फिर से बारिश शुरू हो गई| मेंगलूरु शहर में पूरे दिन रुक-रुक कर लेकिन पर्याप्त बारिश हुई|

पुत्तूर, उप्पिनंगडी, बंटवाल, सुल्लिया, सुब्रह्मण्य, उल्लाल, सूरथकल, विट्टल, कन्याना, बेल्टांगडी, मदनथयार और धर्मस्थल जैसे इलाकों में काफी बारिश हुई| ४ जुलाई को सुबह ८:३० बजे तक दर्ज आंकड़ों के अनुसार, बंटवाल तालुका में ६८.२ मिमी, बेलटांगडी में ६२.६ मिमी, मेंगलूरु में ४९ मिमी, पुत्तुर में ४९ मिमी, सुल्लिया में ६१ मिमी, मूडबिद्री में ३६ मिमी, कडाबा में ४८.४ मिमी, मुल्की में २६.६ मिमी और उल्लाल में ४०.३ मिमी बारिश हुई - जिसके परिणामस्वरूप दक्षिण कन्नड़ में औसतन ५६ मिमी बारिश हुई|

बारिश के कारण पांच घरों, ५५ बिजली के खंभों और एक ट्रांसफार्मर को आंशिक नुकसान पहुंचा है| मेंगलूरु में १५ सदस्यीय एसडीआरएफ/सिविल डिफेंस टीम, सुब्रह्मण्य में १० सदस्यीय टीम और पुत्तुर में २५ सदस्यीय एनडीआरएफ टीम तैनात की गई है| आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए कुल २६ नावें तैयार रखी गई हैं| भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार तक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें तटीय क्षेत्र में लगातार भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है| इस दौरान समुद्र में भी उथल-पुथल की आशंका है|

उडुपी में शुक्रवार को सुबह से रात तक भारी बारिश हुई| हालांकि, कुछ तालुकों में स्कूलों की छुट्टियों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही| आईएमडी ने पहले शुक्रवार सुबह तक रेड अलर्ट जारी किया, बाद में इसे ऑरेंज अलर्ट में बदल दिया| अलर्ट के बावजूद, जिला प्रशासन ने स्कूलों के लिए सामान्य अवकाश की घोषणा नहीं की| इसके बजाय, स्थानीय परिस्थितियों के आधार पर निर्णय लेने की जिम्मेदारी तहसीलदारों को सौंपी गई, जिन्होंने बदले में यह कार्य खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) को सौंप दिया|

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जब तक बीईओ ने अपने निर्णय बताए, तब तक कई स्कूलों में कक्षाएं शुरू हो चुकी थीं| खराब होते मौसम को देखते हुए, कुछ स्कूलों ने छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सुबह के बीच में ही अवकाश घोषित कर दिया| जिला प्रशासन की ओर से स्पष्टता की कमी पर अभिभावकों ने चिंता व्यक्त की| उन्होंने अधिकारियों से ऐसे हालात में भ्रम से बचने के लिए स्पष्ट निर्णय लेने का आग्रह किया| छुट्टियों की घोषणा पहले से करने से अभिभावकों को बेहतर योजना बनाने में मदद मिलेगी, खासकर तब जब कई लोग काम पर जाने से पहले अपने बच्चों को स्कूल छोड़ देते हैं, जिससे आपात स्थिति में उनकी देखभाल करने वाला घर पर कोई नहीं रह जाता|
उडुपी, करकला, कुंदापुर, हेबरी, ब्रह्मवर, कौप और बिंदूर क्षेत्रों में भारी बारिश दर्ज की गई|

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