सीटों की लड़ाई में डीएम-डीसीएम राज्य हित भूल गए: बोम्मई

सीटों की लड़ाई में डीएम-डीसीएम राज्य हित भूल गए: बोम्मई

हुब्बल्ली/शुभ लाभ ब्यूरो| पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद बसवराज बोम्मई ने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धरामैया और डीसीएम डी.के. शिवकुमार कुर्सी की लड़ाई में जनता और राज्य को भूल गए हैं| वे सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने के लिए समय बर्बाद कर रहे हैं| लोग इस सरकार को लाने पर पछता रहे हैं और इस सरकार को हटाने के लिए कोस रहे हैं|

पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राशन बांटने वाले ट्रकों के करीब २५० करोड़ रुपये बकाया है| बकाया कर्ज एक अक्षम्य अपराध है| राज्य सरकार वित्तीय प्रबंधन में पूरी तरह विफल रही है| हमने पिछली भाजपा सरकार के दौरान कई परियोजनाओं के लिए पैसा दिया है| वे सिर्फ झूठ बोल रहे हैं| जब सिद्धरामैया पहले सीएम थे, तब भी कई बिल लंबित थे, जिनका भुगतान हमारी सरकार ने आकर किया| कोविड काल में भी हमने येदियुरप्पा के नेतृत्व में बिना किसी वित्तीय समस्या के विकास कार्य किए हैं|

उन्होंने इस सरकार पर वित्त प्रबंधन में विफल रहने और लोगों को ठगने का आरोप लगाया| गरीबों को भोजन नहीं दिया जा रहा है तो गरीबों की क्या हालत है? १० किलो तो दूर ५ किलो भी नहीं दे रहे हैं| पैसे के बदले चावल देने की बात कही थी, लेकिन वह भी नहीं दे रहे हैं| यह सरकार झूठ बोलकर अपना समय बर्बाद कर रही है| लोगों को भोजन नहीं मिल रहा है| स्वास्थ्य व्यवस्था ठीक नहीं है| एसएसएलसी छात्रों के पास प्रतिशत को देखें तो शिक्षा व्यवस्था ठीक नहीं है| सड़क और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए पैसा जारी नहीं किया जा रहा है|

नगर निगम के दस कर्मचारी विरोध कर रहे हैं कि उनका वेतन नहीं दिया गया है| सरकार नगर निगम कर्मचारियों को जो पैसा देना चाहिए, वह नहीं दे रही है| नगर निगम को अपने वित्तीय तंत्र में कर्मचारियों का वेतन खुद देना चाहिए, यह आदेश जारी हुए एक साल हो गया है, जो स्थिति का संकेत है| उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री इन सभी गलतियों को स्वीकार करें और तुरंत पैसा जारी करें| सीएम कौन बनेगा, इस कुर्सी की लड़ाई में वे प्रशासन को पूरी तरह भूल गए हैं| गरीब और किसान पूरी तरह परेशान हैं| उन्होंने कहा कि एक तरफ बाढ़ की समस्या बढ़ गई है|

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दिल के दौरे की संख्या बढ़ गई है| सभी विभागों में अराजकता है, लेकिन यह सरकार मर चुकी है| वे कुर्सी की लड़ाई में जनता और राज्य को भूल गए हैं| वे सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने के लिए अपना समय बर्बाद कर रहे हैं| लोग इस सरकार को लाने पर पछता रहे हैं और इस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कोस रहे हैं|

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