धर्मांतरण गिरोह के सरगना की आलीशान कोठी ध्वस्त
अतिक्रमण हटाने में लगी 10 जेसीबी मशीनों ने भूमिसात कर दी कोठी
बलरामपुर, 09 जुलाई (एजेंसियां)। बलरामपुर में धर्म परिवर्तन कराने के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के अड्डे ध्वस्त करने की कार्रवाई जारी है। छांगुर के आशियाने के सामने नीतू उर्फ नसरीन के नाम से दो बीघे में 40 कमरों की आलीशान कोठी बनाई गई थी। छांगुर की कोठी पर दूसरे दिन भी अतिक्रमण हटाने का अभियान जारी रहा। बारिश थमते ही बुधवार को सुबह 11 बजे से बुलडोजर गरजने लगे।
एक साथ पांच बुलडोजर लगाए गए, इसके बाद फिर पांच और बुलडोजर बुलाए गए। एसडीएम राजेंद्र बहादुर ने बताया कि 10 बुलडोजर लगाए गए हैं। पोकलैंड न मिलने से बुलडोजर की संख्या बढ़ाई गई है। इससे पहले, हिंदू परिवारों का धर्म परिवर्तन कराने के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के आलीशान अड्डे पर मंगलवार सुबह 11 बजे बुलडोजर गरजा। छांगुर ने इसे नीतू से नसरीन बनी मुंबई निवासी सिंधी महिला के नाम पर जमीन लेकर करीब 12 करोड़ रुपए में बनवाया था। निर्माण के दौरान ही दो बिस्वा सरकारी जमीन भी कब्जा ली। इसपर तहसील प्रशासन ने कोठी के उस हिस्से को अवैध घोषित कर ध्वस्तीकरण शुरू कर दिया। सोमवार को नोटिस चस्पा करने के बाद कार्रवाई की भनक लगते ही कोठी में रहने वाले लोग गेट पर ताला जड़ बाहर चले गए थे।
मंगलवार सुबह 11 बजे पुलिस व प्रशासन की टीम पहुंची। गैस कटर से ताला कटवाया और फिर तीन बुलडोजर परिसर में दाखिल हुए। गेट के बाएं तरफ बनवाई गई 40 कमरों की कोठी को गिराने की कार्रवाई शुरू हुई। पिलर पर बनी कोठी काफी मजबूत थी, जिसे ढहाने के लिए दो बुलडोजर और मंगवाए गए। इसके बाद दोपहर से ध्वस्तीकरण का अभियान तेज हुआ। शाम तक आधा हिस्सा ही गिराया जा सका। एसडीएम उतरौला राजेंद्र बहादुर ने बताया कि बुधवार सुबह फिर अतिक्रमण हटाया जाएगा।
धर्मांतरण के आरोप में एटीएस ने अगस्त 2024 में एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू की। 10 आरोपी बनाए गए, जिसमें जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के बेटे महबूब और नवीन रोहरा उर्फ जलालुद्दीन को बीते 08 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। उसी दिन से छांगुर और नीतू उर्फ नसरीन भूमिगत हो गए। एटीएस ने छांगुर और नीतू को पांच जुलाई को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने कहा, धर्म परिवर्तन के आरोपी छांगुर की ओर से किए गए अवैध निर्माण को ढहाया गया है। मामले में शामिल आरोपियों की जांच हो रही है। अतिक्रमण कहीं भी मिला, उसे सख्ती के साथ हटाया जाएगा।
जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा ने धर्म परिवर्तन के लिए मधपुर में आलीशान ठिकाना बनाया था। आलीशान कोठी की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता थी। 10 सीसीटीवी कैमरों से पूरे परिसर व बाहर की गतिविधियों की निगरानी की जाती थी। हिंदू परिवारों का धर्म परिवर्तन कराने के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा ने बलरामपुर के रेहरामाफी गांव से उतरौला के मधुपुर आकर अपना ठिकाना बनाया था। धर्म परिवर्तन की मुहिम को यहीं से तेज किया और एक डिग्री कॉलेज खोलने का खाका भी तैयार किया। आलीशान आशियाना बनाने के साथ ही चारों तरफ मजबूत बाउंड्री बनवाई। करंट के तार भी दौड़ाए और पूरे क्षेत्र को कैमरों से भी सुरक्षित किया। छांगुर की कोठी को बिजली देने के लिए विशेष लाइन खींची गई थी। एक खंभा कोठी के अंदर ही लगा था।
इसके साथ ही 10 सीसीटीवी कैमरों से पूरे परिसर व बाहर की गतिविधियों की निगरानी की जा रही थी। ध्वस्तीकरण शुरू करने से पहले बिजली की लाइन हटाई गई। कोठी पर पुलिस टीम तैनात की गई। कमरों में कोई नही था। इससे ध्वस्तीकरण में कोई व्यवधान नहीं हुआ। कोठी गिराने से पहले पुलिस ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सर्च अभियान चलाया। कोठी से मिले घरेलू व अन्य सामग्री को सुरक्षित निकाला गया। उतरौला सीओ राघवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि किसी तरह से कोई नुकसान न हो, इसका पूरा ध्यान रखा गया। केवल अवैध निर्माण को ही हटाया गया। ध्वस्तीकरण की जद में आई कोठी के निर्माण से ही राजदार बब्बू उर्फ वसीउद्दीन से छांगुर का विवाद शुरू हुआ था। छांगुर ने मधुपुर में अपना आशियाना और नीतू की कोठी के निर्माण का ठेका उतरौला के ही बब्बू को दिया था। बात 12 करोड़ पर हुई और निर्माण पर 12 करोड़ खर्च करने का दावा बब्बू ने किया।
एटीएस ने जांच में भी उल्लेख किया है कि छांगुर ने बब्बू को 5.70 करोड़ ही दिए। बकाया राशि हड़पने के लिए उससे मारपीट की। इसकी रिपोर्ट उतरौला थाने में दर्ज हुई। इसके बाद बब्बू के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में भी एफआईआर दर्ज करा दी। धर्मांतरण के आरोप में एटीएस ने अगस्त 2024 में एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू की। 10 आरोपी बनाए गए, जिसमें जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के बेटे महबूब और नवीन रोहरा उर्फ जलालुद्दीन को बीते 08 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। उसी दिन से छांगुर और नीतू उर्फ नसरीन भूमिगत हो गए। एटीएस ने छांगुर और नीतू को पांच जुलाई को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। हिंदू लड़कियों का अवैध तरीके से धर्मांतरण कराने वाले छांगुर बाबा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ईडी ने यूपी एसटीएफ की रिपोर्ट और यूपी एटीएस द्वारा छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों के खिलाफ दर्ज मुकदमे के आधार पर यह कार्रवाई की है। जल्द ईडी छांगुर बाबा और उनके सहयोगियों के करीब दो दर्जन बैंक खातों की जांच कर विदेशी फंडिंग के सुराग तलाशेगी।
बता दें कि एटीएस द्वारा दर्ज मुकदमे में छांगुर बाबा के करीबी नवीन घनश्याम रोहरा और नीतू रोहरा व अन्य के दो दर्जन से ज्यादा बैंक खातों का जिक्र किया गया है, जिनमें करोड़ों रुपए की रकम आई थी। साथ ही विदेशी खातों के जरिए भी लाखों रुपए का लेन-देन होने के प्रमाण मिले हैं। अब ईडी इनकी जांच करके पता लगाएगा कि यह फंडिंग कहां से हो रही थी। साथ ही, छांगुर बाबा और उनके करीबियों की चल-अचल संपत्तियों का पता लगाकर उन्हें जब्त किया जाएगा।
#ChhangurBaba, #BalrampurBulldozer, #IllegalMansion, #ForcedConversionRacket, #UPZeroTolerance