सीमा पर तैनात होंगे अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर
पाकिस्तान सीमा और सुरक्षित एवं आक्रामक होगी
नई दिल्ली, 16 जुलाई (एजेंसियां)। पाकिस्तान से लगने वाली भारतीय सीमा को और सुरक्षित रखने के लिए भारत सरकार कुछ बड़े कदम उठाने जा रही है। इससे न सिर्फ बॉर्डर की सुरक्षा बढ़ेगी बल्कि आक्रामक क्षमता में भी इजाफा होगा। 21 जुलाई को भारत को अमेरिका से तीन अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की पहली खेप मिलने जा रही है। इन हेलीकॉप्टरों को पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात किया जाएगा। यह तीनों हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना के हिंडन एयर बेस पर उतरेंगे।
भारतीय वायुसेना ने 2015 में अमेरिकी सरकार और बोइंग के साथ हुए एक समझौते के तहत 22 अपाचे हेलीकॉप्टर की खरीद के लिए समझौता किया था। जुलाई 2020 में भारतीय वायुसेना को सभी 22 अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर की आपूर्ति कर दी गई थी। 2020 में जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आए थे तो 60 करोड़ डॉलर के एक सौदे पर हस्ताक्षर हुए थे और इसके तहत 6 अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदे जाने थे। इसकी पहली खेप मई और जून 2024 के बीच भारत को मिलनी थी लेकिन इसमें देर हो गई। बहरहाल, अब जब अपाचे हेलीकॉप्टर की एक नई खेप भारत को मिलने जा रही है तो इससे निश्चित तौर पर पाकिस्तान से लगने वाली सरहद पर सुरक्षा बढ़ेगी।
इन एएच-64ई हेलीकॉप्टर को आसमान का टैंक भी कहा जाता है। अपाचे सबसे मॉर्डन हमलावर हेलीकॉप्टर है, जिसे हमले के लिए मौजूदा एमआई-35 हेलीकॉप्टर की जगह लेने के लिए मंगाया जा रहा है। एएच-64ई अपाचे को कम्युनिकेशन, नेविगेशन, सेंसर और हथियार प्रणालियों से डिजाइन और तैयार किया गया है। अपाचे हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल न केवल हमले के लिए बल्कि सुरक्षा, तलाशी और अन्य अभियानों में भी किया जा सकता है।
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