आतंकियों को वो सजा दी कि आकाओं की नींद उड़ी हुई है
ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में चली बहस में पीएम मोदी ने कहा
जिन्हें भारत का पक्ष नहीं दिखता, उन्हें आईना दिखाता हूं
सेना को कार्रवाई की खुली छूट पर राहुल ने जताया संदेह
नई दिल्ली, 29 जुलाई (एजेंसियां)। लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के कुछ खास नेताओं की ओर संकेत करते हुए कहा, जिन लोगों को भारत का पक्ष नहीं दिखता, उन्हें मैं आईना दिखाने खड़ा हुआ हूं। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, जिस तरह से देश के लोगों ने मेरा साथ दिया, मुझे आशीर्वाद दिया, देश की जनता का मुझ पर कर्ज है। मैं देशवासियों का आभार व्यक्त करता हूं और उनका अभिनंदन करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि दुनिया के किसी भी नेता ने ऑपरेशन रोकने को नहीं कहा। पाकिस्तान के डीजीएमओ के आग्रह और अपील पर गोलीबारी रोकने का निर्णय लिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने सिद्ध कर दिया है कि न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग अब नहीं चलेगी और न ही न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग के सामने भारत झुकेगा। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने भारत की आत्मनिर्भर ताकत को पहचाना। मेक इन इंडिया ड्रोन और मिसाइलों ने पाकिस्तान के हथियारों की पोल खोलकर रख दी। उन्होंने कहा, ऑपरेशन सिंदूर से यह साफ हो गया है कि भारत ने तीन बिंदुओं पर निर्णय ले लिया है। एक, यदि भारत पर कोई आतंकवादी हमला होता है, तो हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर और अपने समय पर जवाब देंगे। दो, अब कोई परमाणु ब्लैकमेल काम नहीं करेगा। तीन, हम आतंकवाद का समर्थन करने वाली सरकारों और आतंकवादी सरगनाओं को दो अलग-अलग संस्थाओं के रूप में नहीं देखेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया। कोई सोच भी नहीं सकता कि कोई वहां तक पहुंच सकता है। बहावलपुर, मुरीदके को भी जमींदोज कर दिया गया है। हमारी सेना ने आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। हमने पाकिस्तान की परमाणु धमकी को झूठा साबित कर दिया है। भारत ने साबित कर दिया है कि अब परमाणु ब्लैकमेलिंग नहीं चलेगी और न ही भारत इस परमाणु ब्लैकमेलिंग के आगे झुकेगा। भारत ने अपनी तकनीकी क्षमता का परिचय दिया है। उसने पाकिस्तान के सीने पर सटीक वार किया है। पाकिस्तान के एयरबेस और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है। और आज तक, उनके कई एयरबेस आईसीयू में हैं। यह तकनीक-आधारित युद्ध का युग है। अगर हमने पिछले 10 वर्षों में की गई तैयारियों को पूरा नहीं किया होता, तो हम कल्पना कर सकते हैं कि तकनीक के इस युग में हमें कितना नुकसान हो सकता था। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पहली बार दुनिया ने आत्मनिर्भर भारत की ताकत को पहचाना। भारत में बने ड्रोन और मिसाइलों ने पाकिस्तान की हथियार प्रणाली की पोल खोल दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल की घटना का बदला समय रहते ले लिया। 22 मिनट में सटीक हमले। पहलगाम आतंकवादी हमले के तुरंत बाद पाकिस्तानी सेना को अंदाजा हो गया था कि भारत वाकई कोई बड़ी कार्रवाई करेगा। उन्होंने परमाणु हमले की धमकियां देनी शुरू कर दीं। 6-7 मई की रात को भारत ने अपने तयशुदा समय के अनुसार कार्रवाई की। पाकिस्तान कुछ नहीं कर सका। हमारे सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल की घटना का बदला 22 मिनट के भीतर सटीक हमलों से ले लिया।
संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर हो रही बहस के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के खास नेताओं और उन तमाम लोगों को आड़े हाथों लिया, जो भारत के बजाय पाकिस्तान के प्रति अधिक चिंता दिखाते हैं। पीएम मोदी ने कहा, मैंने कहा था कि यह भारत के विजयोत्सव का एक सत्र है। जब मैं विजयोत्सव की बात कर रहा हूं, तो मैं कहना चाहूंगा कि ये विजयोत्सव आतंक के ठिकानों को मिट्टी में मिलाने का है। विजयोत्सव ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का है। 22 अप्रैल को पहलगाम में जो क्रूर घटना घटी, जिस तरह आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों से उनका धर्म पूछकर उन्हें गोली मारी, वह क्रूरता की पराकाष्ठा थी। यह भारत को हिंसा की आग में झोंकने की एक सोची-समझी कोशिश थी। यह भारत में दंगे फैलाने की एक साजिश थी। आज मैं देशवासियों का आभार व्यक्त करता हूं कि देश ने एकजुट होकर उस साजिश को नाकाम कर दिया। उन्होंने कहा, मैं इस सदन के समक्ष भारत का पक्ष रखने के लिए यहां खड़ा हूं। जो लोग भारत का पक्ष नहीं देखते, मैं उन्हें आईना दिखाने के लिए यहां खड़ा हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा, 22 अप्रैल के बाद मैंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि यह हमारा संकल्प है कि हम आतंकियों को मिट्टी में मिला देंगे। सजा उनके आकाओं को भी मिलेगी और ऐसी सजा मिलेगी जो कल्पना से भी बड़ी होगी। 22 अप्रैल को मैं विदेश में था। वहां से लौटने के तुरंत बाद मैंने एक बैठक बुलाई। उस बैठक में मैंने स्पष्ट निर्देश दिए कि आतंकवाद को करारा जवाब देना होगा, और यह हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। सेना को कार्रवाई की खुली छूट दी गई। यह भी कहा गया कि सेना को यह तय करना चाहिए कि कब, कहां, कैसे और किस तरीके से कार्रवाई करनी है। ये सारी बातें उस बैठक में स्पष्ट रूप से कही गईं। हमें गर्व है, आतंकियों को वो सजा दी कि आज भी आतंक के उन आकाओं की नींद उड़ी हुई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, पहलगाम आतंकवादी हमले के ठीक बाद पाकिस्तानी सेना को यह अंदाजा हो गया था कि भारत वास्तव में कोई बड़ी कार्रवाई करेगा। उन्होंने परमाणु हमले की धमकियां देनी शुरू कर दीं। 6-7 मई की मध्यरात्रि को भारत ने ठीक अपने निर्णय के अनुसार कार्रवाई की। पाकिस्तान कुछ नहीं कर सका। हमारे सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल की घटना का बदला 22 मिनट के भीतर सटीक हमलों से ले लिया। भारतीय सेना ने दुश्मनों को धुआं-धुआं कर दिया।
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में शामिल लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पहलगाम हमले की निंदा की, पाकिस्तान पर प्रहार किया और भारतीय सेना की जमकर तारीफ की। राहुल गांधी ने कहा, पहलगाम में एक क्रूर और निर्दयी हमला, जो साफ तौर पर पाकिस्तानी सरकार की ओर से प्रायोजित और षडयंत्र किया गया था। हम सभी ने इस सदन के प्रत्येक व्यक्ति ने मिलकर पाकिस्तान की निंदा की है।
राहुल गांधी ने सोमवार को सदन में दिए गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भाषण का उल्लेख करते हुए कहा, राजनाथ सिंह ने सदन को बताया कि ऑपरेशन सिंदूर सुबह 1.05 बजे शुरू हुआ। ऑपरेशन सिंदूर 22 मिनट तक चला। फिर उन्होंने सबसे चौंकाने वाली बात कही। उन्होंने कहा, 1.35 पर हमने पाकिस्तान को फोन किया और उन्हें बताया कि हमने गैर-सैन्य लक्ष्यों को निशाना बनाया है। हम तनाव नहीं बढ़ाना चाहते। राहुल गांधी ने कहा, शायद रक्षा मंत्री को यह समझ नहीं आया कि उन्होंने सदन में क्या खुलासा कर दिया है। भारत के डीजीएमओ को भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर की रात ही 1.35 बजे युद्धविराम के लिए कहने के लिए कहा था। आपने सीधे पाकिस्तान को अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति बता दी कि आपके पास लड़ने की राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं है, कि आप लड़ना नहीं चाहते। राहुल गांधी ने कहा कि रक्षा मंत्री ने एक और बहुत महत्वपूर्ण बात कही, हो सकता है कि उनका यह कहने का इरादा न रहा हो। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने पाकिस्तानियों से कहा कि हम आपके किसी भी सैन्य ढांचे पर हमला नहीं करेंगे। राहुल ने कहा, फिर आपने सेना को कार्रवाई की किस तरह की खुली छूट दी थी?
राहुल ने कहा, मैं उन लोगों के बयान से सहमत नहीं कि भारत ने ढेर सारे विमान खो दिए, लेकिन मैं इस बात से सहमत हूं कि हमने कुछ विमान खो दिए। यह केवल राजनीतिक नेतृत्व द्वारा सैन्य प्रतिष्ठान और उनकी वायु रक्षा पर हमला न करने के लिए दिए गए प्रतिबंध के कारण हुआ। आप पाकिस्तान में गए, आपने पाकिस्तान पर हमला किया और आपने हमारे पायलटों से कहा, उनकी वायु रक्षा प्रणाली पर हमला न करें। यह किस तरह की कारगर कार्रवाई की आपने?
पाकिस्तान को बचाकर आपको क्या मिलेगा चिदंबरम जी?
नई दिल्ली, 29 जुलाई (एजेंसियां)। लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के बयान पर नाराजगी जताई और उनपर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि चिदंबरम पाकिस्तान को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही शाह ने बताया कि हमले में शामिल आतंकियों की पहचान हो चुकी है और उनके मददगार भी पकड़े गए हैं। अमित शाह ने सवाल उठाया कि पाकिस्तान को बचाने की कोशिश कर कांग्रेस को क्या हासिल होगा। शाह ने कहा कि चिदंबरम का बयान पूरी दुनिया के सामने उनके पाक प्रेम का बखान है।
गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता का यह सवाल कि आतंकी पाकिस्तान से आए या नहीं, देश के पूर्व गृह मंत्री की तरफ से एक तरह से पाकिस्तान को क्लीन चिट देने जैसा है। इसके साथ ही शाह ने कहा कि हमारे पास सबूत हैं और हम संसद के पटल पर उसे रखने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि मारे गए तीन आतंकियों में से दो के वोटर नंबर तक हमारे पास हैं। उनकी जेब में पाकिस्तान निर्मित चॉकलेट भी मिले हैं। साथ ही शाह ने बताया कि हमला कब और कैसे हुआ। अमित शाह ने कहा कि जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि पहलगाम हमले में शामिल आतंकी पाकिस्तान से थे। उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह 4 बजे इसकी पुष्टि हो गई। साथ ही जिन दो लोगों ने इन आतंकियों को शरण दी थी, उन्हें भी पकड़ लिया गया है। गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने आतंकियों और उनके मददगारों को पकड़ने के लिए सभी संसाधनों का इस्तेमाल किया।
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