३५ साल की लंबी सेवा से मुझे संतुष्टि मिली है: डीजीपी मालिनी कृष्णमूर्ति
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| सेवानिवृत्त जेल महानिदेशक मालिनी कृष्ण मूर्ति ने कहा कि पुलिस विभाग में सेवा करना उनके लिए सौभाग्य की बात है| कोरमंगला स्थित केएसआरपी मैदान में आयोजित विदाई परेड में सलामी लेने के बाद उन्होंने अपनी बात रखी| उन्होंने कहा कि ३५ वर्षों तक पुलिस विभाग में सेवा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात रही है|
अपने लंबे करियर में मुझे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है| वह दिन बहुत कठिन था, खासकर जब मैं मांड्या जिले की पुलिस अधीक्षक थी| कावेरी दंगों के दौरान हमारे कर्मचारी घायल हुए थे, फिर भी उन्होंने अस्पताल में इलाज करवाया और मेरे साथ ड्यूटी पर डटे रहे और मेरा सहयोग किया| उन्होंने कहा मैं इस अवसर पर उनका धन्यवाद करना चाहती हूँ|
उन्होंने कहा कि तत्कालीन पुलिस महानिदेशक, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस उपायुक्त सभी ने एक टीम के रूप में मिलकर अपना कर्तव्य निभाया और मेरा सहयोग किया| बाद में, जब मैं दावणगेरे की पुलिस अधीक्षक थी, तब भी यह बहुत कठिन था| मैं अच्छी तरह से सेवा कर पाई क्योंकि उस स्थान पर सभी ने मेरा सहयोग किया| मुझे बेहद खुशी है कि मैंने केएसआरपी विभाग में साढ़े चार साल सेवा की है| मुझे विश्वास है कि वरिष्ठ अधिकारियों के प्रोत्साहन और मार्गदर्शन से मैंने अच्छी सेवा की है|
मैं उन सभी वरिष्ठ और कनिष्ठ पुलिसकर्मियों का धन्यवाद करना चाहती हूँ जिन्होंने मेरे करियर में मेरा साथ दिया| राज्य के पुलिस महानिदेशक एम.ए. सलीम ने सेवानिवृत्त जेल महानिदेशक मालिनी कृष्णमूर्ति की सेवाओं की सराहना की और कावेरी दंगों के दौरान उनके द्वारा उठाए गए कानून-व्यवस्था के उपायों की सराहना की| उन्होंने केएसआरपी विभाग में लंबे समय तक सेवा की है और स्थायी रूप से कार्यरत रही हैं|
मालिनी कृष्णमूर्ति अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी की पुलिस अधिकारी हैं| उनके दादा ब्रिटिश काल में पुलिस अधिकारी थे और उनके पिता आंध्र प्रदेश में पुलिस अधिकारी थे| अब वह कर्नाटक में पुलिस विभाग में सेवा देने के बाद सेवानिवृत्त हो रही हैं| उन्होंने उनके सुखद जीवन की कामना की|