हम भारत के लोगों के साथ खड़े हैं
द. कोरिया ने आतंकवाद के खिलाफ भारत को दिया पूरा समर्थन
द. कोरिया के विदेश मंत्री ने भारत के विकास को सराहा
नई दिल्ली, 17 अगस्त (एजेंसियां)। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ह्यून ने पहलगाम आतंकी हमले और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता जाहिर की। उन्होंने कहा, दक्षिण कोरिया भारत सरकार और भारत के लोगों के साथ खड़ा है। दक्षिण कोरिया आतंकवाद के सख्त खिलाफ है। हम इस मुद्दे पर बहुत सख्त और दृढ़ हैं। हम किसी भी आतंकवादी हमले के सख्त खिलाफ हैं। हम भारत सरकार और भारत के लोगों के साथ खड़े हैं।
भारत और दक्षिण कोरिया ने सेमीकंडक्टर, रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्रों में अपनी रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने को लेकर प्रतिबद्धता जताई। विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनके दक्षिण कोरियाई समकक्ष चो ह्युन के बीच बातचीत में समग्र द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के तरीकों पर प्रमुखता से चर्चा हुई। चो ह्यून ने कहा कि शनिवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ उनकी अच्छी बैठक हुई। उन्होंने 2015 से 2017 तक दिल्ली में राजदूत के रूप में अपने कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। पिछले 10 वर्षों में और भी अच्छे बदलाव हुए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली आकर उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है। चो ह्युन लगभग 10 साल पहले इस शहर में आए थे, तो भारत की संस्कृति की गहराई देखकर अभिभूत हो गए थे। उन्होंने कहा, मुझे भारत में कोरियाई राजदूत के रूप में सेवा करने पर बहुत गर्व है। इस दौरान मैंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत में हुए महत्वपूर्ण बदलावों को देखा। अब मैं पिछले 10 वर्षों में हुए और भी अच्छे बदलावों को देख रहा हूं। इसलिए मुझे यहां वापस आकर और अपने दोस्तों से मिलकर बहुत खुशी हो रही है।
चो ह्यून ने याद किया कि जब उन्होंने राजदूत के रूप में कार्य किया था, तब उनकी मुलाकात एस जयशंकर से हुई थी, जो 2015-18 तक विदेश सचिव के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के तरीकों की खोज की। उन्होंने कहा, यह एक अच्छी बैठक थी। जब मैं यहां था और वह विदेश सचिव थे, तब मैं उनसे मिलता था। चो ह्यून ने कहा, आज हमने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और अपने द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया। साथ ही हमारे देशों के सामने मौजूद भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक चुनौतियों के समाधान पर भी चर्चा की।
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, मैं 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की दक्षिण कोरिया की ओर से निंदा के लिए आभार व्यक्त करना चाहता हूं। इस तथ्य के लिए भी कि जब हमारा संसदीय प्रतिनिधिमंडल सियोल गया, तो वहां उनकी बहुत अच्छी बैठकें हुईं, आपने स्वयं उनसे मुलाकात की, यह ऐसी बात है जिसकी हम तहेदिल से सराहना करते हैं।
दक्षिण कोरियाई नेता के साथ बैठक के दौरान जयशंकर ने कहा, ऐसा कम ही होता है कि आपको किसी पुराने मित्र का नए सहयोगी के रूप में स्वागत करने का अवसर मिले। इसलिए भारत में आपका फिर से स्वागत करना मेरे लिए विशेष सम्मान की बात है। कृपया अपनी नियुक्ति पर मेरी बधाई स्वीकार करें। आपको इस पद पर आए हुए मुश्किल से एक महीना ही हुआ है। यह तथ्य कि आप अपने राष्ट्रीय दिवस और हमारे राष्ट्रीय दिवस के ठीक एक दिन बाद यहां हैं, इस रिश्ते को हमारी ओर से दिए जाने वाले महत्व के बारे में बहुत कुछ कहता है। उन्होंने कहा, मैं इस अवसर पर आपको कोरिया के राष्ट्रीय मुक्ति दिवस की शुभकामनाएं भी देता हूं। मुझे लगता है कि आपकी यात्रा कई मायनों में एक बहुत ही महत्वपूर्ण समय पर हो रही है। यह हमारी विशेष रणनीतिक साझेदारी की 10वीं वर्षगांठ है। मुझे कनाडा के कनानसकिस में आपके राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री के साथ रहने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था।
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