थोक बाजार में कम दाम के बावजूद फलों, फूलों और सब्जियों की खुदरा कीमतें छू रही आसमान

थोक बाजार में कम दाम के बावजूद फलों, फूलों और सब्जियों की खुदरा कीमतें छू रही आसमान

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| इस साल गौरी-गणेश उत्सव की पूर्व संध्या पर थोक व्यापारी जहाँ अच्छे कारोबार की कमी और फलों, फूलों और सब्जियों की कम कीमतों का रोना रो रहे हैं, वहीं खुदरा व्यापारी इस मौसम में अच्छी कमाई करते दिख रहे हैं| कई मामलों में, खुदरा कीमतें थोक बाजार की तुलना में लगभग दोगुनी हैं| इसका सीधा मतलब है कि जहाँ किसानों को अच्छे दाम नहीं मिल रहे हैं, वहीं उपभोक्ताओं को भी कोई राहत नहीं मिल रही है|


उदाहरण के लिए, के.आर. मार्केट फ्लावर मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जी.एम. दिवाकर ने बताया कि त्योहारी सीजन में सबसे ज्यादा मांग वाले और महंगे फूल, चमेली की कलियाँ और कनकम्बरा के फूल, क्रमशः १,००० और २,००० प्रति किलो बिक रहे हैं, जो पिछले वर्षों की तुलना में अपेक्षाकृत सस्ते हैं| हालाँकि, शहर के खुदरा बाजारों में यही फूल लगभग दोगुने दामों पर बिक रहे हैं| इस त्योहारी सीजन में के.आर. मार्केट में कारोबार सुस्त रहा है| जब भी एक ही महीने में दो त्योहार पड़ते हैं, तो लोग दूसरे त्योहार के लिए ज्यादा खर्च करने की स्थिति में नहीं होते| गौरी-गणेश का त्योहार भी महीने के आखिर में आया है| बाजार में कोई उत्साह नहीं दिख रहा है|

फलों में भी यही रुझान देखा गया| थोक बाजार में सेब २०० प्रति किलो से कम पर बिक रहे थे, जबकि खुदरा बाजार में यह लगभग ३०० प्रति किलो था| सबसे ज्यादा फर्क त्योहारों में बिकने वाले येलक्की केले में देखा गया| थोक बाजार में ये ६०-८० के बीच उपलब्ध थे, जबकि खुदरा दुकानों में यह १६० प्रति किलो तक बिक रहे थे| त्योहारों में बिकने वाला एक और जरूरी सामान, नारियल भी जेब पर भारी पड़ रहा है| इनकी कीमत ४५ से ५५ प्रति पीस के बीच है| प्याज और आलू को छोड़कर अधिकांश सब्जियों की कीमतें ऊंची थीं|