भारत ही नहीं अमेरिका भी कर रहा था रूस से व्यापार

पुतिन ने दुनिया के सामने उजागर कर दिया ट्रंप का पाखंड

भारत ही नहीं अमेरिका भी कर रहा था रूस से व्यापार

यूद्ध के दौरान रूस-अमेरिका का व्यापार 20% बढ़ा

वाशिंगटन/मास्को, 17 अगस्त (एजेंसियां)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अलास्का में हुई मुलाकात में रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त करने का मसला तो हल नहीं हुआ, लेकिन भारत के खिलाफ ट्रंप द्वारा फैलाए गए भ्रामक तथ्य की असलियत पुतिन ने जरूर उजागर कर दी। साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति ट्रंप के सामने पुतिन ने दुनिया को यह जानकारी दी कि युद्ध के दौरान भी अमेरिका और रूस का व्यापारिक संबंध बना रहा और युद्ध में यह व्यापार 20 प्रतिशत तक पहुंचा। यह आधिकारिक जानकारी पाकर दुनिया के देश हतप्रभ हैं, क्योंकि ट्रंप ने युद्ध के दौरान रूस से व्यापारिक संबंध बनाए रखने के कारण भारत पर टैरिफ का अतिरिक्त भारी बोझ लादने की घोषणा की थी। जबकि खुद अमेरिका युद्ध के दौरान भी रूस के साथ व्यापारिक संबंध बनाए था। पुतिन ने ट्रंप के सामने ही यह तथ्य रख कर उनका झूठ बेनकाब कर दिया।

ट्रंप दुनिया के तमाम देशों को धमकाते रहते हैं कि वे रूस से व्यापार बंद कर दें। उनका तर्क होता है कि इससे यूक्रेन युद्ध की फंडिंग हो रही है। अब पुतिन ने ट्रंप की मौजूदगी में ही कह दिया कि ट्रंप सरकार के कार्यकाल में अमेरिका के साथ रूस का व्यापार बढ़ा है। पुतिन ने कहाअमेरिका में ट्रंप प्रशासन आने के बाद हमारे आपसी व्यापार में बढ़ोतरी हुई है। अभी यह आंकड़ा मोटे तौर पर है, लेकिन फिर भी व्यापार 20 प्रतिशत से ज्यादा है। हमारे पास सहयोग के लिए कई महत्वपूर्ण क्षेत्र मौजूद हैं। पुतिन ने कहा, रूस और अमेरिका के बीच व्यापार और निवेश की साझेदारी में बहुत बड़ी संभावनाएं हैं। व्यापारऊर्जाडिजिटल और उच्च तकनीक और अंतरिक्ष विकास जैसे क्षेत्रों में दोनों देश एक-दूसरे को बहुत कुछ दे सकते हैं। अमेरिका और रूस को पुराने पन्ने पलटने और फिर से सहयोग की राह पर लौटने की आवश्यकता है।

विचित्र बात यह है कि ट्रंप ने बीते 4 अगस्त को भारत के रूस से तेल खरीदने पर सवाल उठाए थे। ट्रंप ने कहा था, भारत न केवल भारी मात्रा में रूस से तेल खरीद रहा है, बल्कि उसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में ऊंचे दामों पर बेचकर भारी मुनाफा कमा रहा है। भारत को इस बात की कोई परवाह नहीं है कि रूस के कारण यूक्रेन में कितने लोगों की जान जा रही है। इस वजह से मैं भारत से आने वाले सामानों पर अधिक टैरिफ लगाऊंगा।

भारत ने ट्रंप के इस बयान के बाद ही अमेरिका को आईना दिखा दिया था। भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया था कि अमेरिका भी रूस से परमाणु उद्योग के लिए यूरेनियम हेक्साफ्लोराइडईवी उद्योग के लिए पैलेडियम के साथ उर्वरक और रसायन आयात करता है। लिहाजा, भारत को निशाना बनाना न केवल अनुचित हैबल्कि अवांछित भी है। भारत हर बड़ी अर्थव्यवस्था की तरह अपने राष्ट्रीय हित और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा। भारत ने यूरोप और रूस के बीच हो रहे व्यापार की भी पोल खोल दी थी।

Read More भारत के विश्वगुरु बनने का सही समय: मोहन भागवत

भारत के इस बयान के बाद जब ट्रंप से यह पूछा गया कि क्या अमेरिकारूस से रसायन और उर्वरक आयात करता है तो उन्होंने इसकी जानकारी होने से ही इन्कार कर दिया था। उन्होंने कहा थामुझे इस बारे में कुछ नहीं पता। हमें इसकी जांच करनी होगी। भारत द्वारा कलई खोलने से भन्नाए ट्रंप ने इसके कुछ समय बाद ही भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी थी। इससे पहले 30 जुलाई को वह 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान कर चुके थे। यानि, भारत पर कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो गया था। अमेरिकी सरकार के कार्यकारी आदेश में अतिरिक्त टैरिफ की वजह वही बताई गई कि भारत रूस से तेल खरीद रहा है। अब पुतिन ने दुनिया के सामने अमेरिकी नकाब उतार कर ट्रंप की सारी हकीकत उजागर कर दी है। अब देखना है कि जब ट्रंप से व्यापार बढ़ने को लेकर सवाल पूछा जाएगा तो वो यह कहते हैं कि उन्हें जानकारी नहीं है, या जानकारी है। इन दोनों जवाब से ट्रंप की फजीहत होनी तय है।

Read More कर्नाटक यातायात जुर्माना छूट योजना से केवल तीन दिनों में ११ करोड़ रुपये से अधिक की राशि एकत्रित

#RussiaUSRelations, #Putin, #Trump, #RussiaTrade, #Geopolitics, #USRussia, #IndiaRussia, #GlobalTrade, #अंतरराष्ट्रीयराजनीति

Read More एसआईटी ने आरोपी चिन्नय्या को शरण देने के आरोप में महेश शेट्टी के आवास पर छापा मारा