फिर सीएम होंगे नीतीशे कुमार...
नया नारा उछला: एनडीए के दो भाई नरेंद्र और नीतीश भाई
बिहार विधानसभा चुनाव: सर्वे में एनडीए को बढ़त
पटना, 07 अक्टूबर (एजेंसियां)। विपक्ष के तमाम कयासों और आरोपों को खारिज करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि 2025 का विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। इसको साबित करने लिए भाजपा ने एक नया नारा दिया है, एनडीए को दो भाई नरेंद्र और नीतीश भाई। इस नारे की बिहार में खूब चर्चा हो रही है।
2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा सीएम नीतीश कुमार को बड़ा भाई बनाकर उनके चेहरे पर चुनाव लड़ी थी। जनता दल यूनाईटेड को 43 सीट आने पर भी भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही बनाया था। इस बार चुनाव से पहले विपक्ष लगातार यह कह रहा था कि चुनाव के बाद भाजपा नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी। लेकिन, भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही इस बार भी चुनाव लड़ेगा। इस बात को भाजपा ने नया नारा देकर पुख्ता कर दिया है। भाजपा ने यह भी नारा दिया, बिहार में जारी रहेगी विकास की तेज रफ्तार, 14 नवंबर को फिर एक बार एनडीए सरकार। इसके अलावा भाजपा ने लिखा कि जनता का विश्वास, फिर से एनडीए सरकार! बस 38 दिन का है इंतजार, थमेगी नहीं विकास की रफ्तार।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा का मैं स्वागत करता हूं। चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव है। यह देश और प्रदेश को विकास और सुशासन के पथ पर अग्रसर रखने का प्रमुख माध्यम है। पीएम मोदी के नेतृत्व में बिहार में एनडीए सरकार जनकल्याण और सुशासन का पर्याय बनी है। बिहार का यह चुनाव प्रदेश को विकास के रास्ते पर अनवरत ले जाने, घुसपैठिया मुक्त करने और जंगलराज को फिर से आने से रोकने का चुनाव है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि लोकतंत्र की जननी बिहार की पुण्यधरा की जनता इन विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी एवं एनडीए को अपना आशीर्वाद और प्रचंड मतों से समर्थन प्रदान करेगी।
बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल बज चुका है। चुनाव आय़ोग के द्वारा राज्य की 243 सीटों के लिए तारीखों के ऐलान के बाद सियासी पार्टियां अपना पूरा दमखम लगा रही हैं। इस बीच एक सर्वे में भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए को बढ़त मिलती दिख रही है। एनडीए विकसित बिहार का नारा बुलंद कर रहा है। एनडीए का कहना है कि नीतीश कुमार की अगुवाई में बिहार जंगल राज से निकलकर 2047 के विकसित भारत के सपने की ओर बढ़ रहा है। गृह मंत्री अमित शाह ने एक बयान में कहा कि एनडीए ने बिहार को जंगलराज से बचाकर विकास और अच्छे शासन की राह दिखाई। मौजूदा विधानसभा का टर्म 22 नवंबर को खत्म हो रहा है। अभी एनडीए के पास 129 विधायक हैं, जो बहुमत के 122 से ज्यादा है। विपक्ष के पास 112 हैं। 2020 में एनडीए को 125 सीटें मिली थीं, जबकि महागठबंधन को 110 सीटें मिली थीं।
मेट्राइज ओपिनियन पोल के लेटेस्ट सर्वे से अच्छी खबर एनडीए के लिए निकल कर सामने आ रही है। जिसमें गठबंधन को 49 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 150 से 160 सीटें आने की उम्मीद जताई गई है। वहीं, महागठबंधन (आरजेडी-कांग्रेस-वाम दल) को 36 प्रतिशत वोट और 70 से 85 सीटें मिल सकती हैं।
पीएम मोदी की प्रसिद्धि और केंद्र की विकास योजनाएं नीतीश की सुशासन बाबू वाली छवि को पुख्ता आधार दे रही हैं। नीतीश नौ बार सीएम रह चुके हैं, खासकर अति पिछड़े वर्ग (ओबीसी) में उनकी पकड़ जबरदस्त है। हाल में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण बढ़ाने की कोशिश और स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए आरक्षण का कोटा बढ़ाना नीतीश कुमार के समर्थन को और प्रगाढ़ कर रहा है।
#नीतीशकुमार,#नरेंद्रमोदी,#एनडीए,#बिहारचुनाव2025,#बिहारविधानसभाचुनाव,#नीतीशफिरसीएम,#बिहारसर्वे,#बीजेपी,#जेडीयू,#एनडीएकीबढ़त,#बिहारराजनीति,#चुनावखबर