बांग्लादेश की याद दिलाई, शर्म करने को कहा
पाकिस्तान के झूठ पर भारत ने फिर से रगड़ा
राजनाथ ने पाकिस्तान को लिजलिजा देश बताया
न्यूयॉर्क, 07 अक्टूबर (एजेंसियां)। आतंक का पालनहार पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वह लगातार अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर कश्मीर का राग अलापकर भारत के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने की कोशिश करता है। ऐसी ही कोशिश एक बार फिर से उसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में बहस के दौरान की। जिस पर भारत के स्थायी प्रतिनिधि परवथनेनी हरीश ने इसे भ्रमपूर्ण बकवास करार दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हर साल कश्मीर पर झूठे आरोप लगाकर दुनिया का ध्यान भटकाने की कोशिश करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत महिलाओं, शांति और सुरक्षा के मुद्दे पर अपनी अच्छी छवि बनाए रखे हुए है, जबकि पाकिस्तान को अपने घरेलू मामलों पर ध्यान देना चाहिए।
यूएनएससी में महिलाओं, शांति और सुरक्षा पर केंद्रित बहस के दौरान हरीश ने पाकिस्तान को सच का आईना दिखाया। उन्होंने कहा, हमें दुर्भाग्य से पाकिस्तान की भ्रमपूर्ण बकवास सुननी पड़ती है, जो कश्मीर पर केंद्रित होती है। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि जो देश अपने ही लोगों पर बमबारी करता है और नरसंहार करता है, वह दुनिया को गुमराह करने की कोशिश करता है। हरीश ने साफ कहा कि पाकिस्तान का प्रचार लोगों की नजरों से छिपा नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने भारत के महिला सशक्तिकरण के रिकॉर्ड पर भी प्रकाश डाला। पी हरीश ने 1971 के पाकिस्तानी सेना द्वारा पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में के गए ऑपरेशन सर्चलाइट का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि किस तरह पाकिस्तानी सेना ने बंगाली नागरिकों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया। अनुमान है कि इसमें करीब 30 लाख लोग मारे गए और 40,000 महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ। भारत ने हस्तक्षेप किया, जिससे पाकिस्तान हार गया और बांग्लादेश का जन्म हुआ। हरिश ने इसे व्यवस्थित नरसंहार बताया, जो पाकिस्तानी सेना द्वारा मंजूर किया गया था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को ऐसे इतिहास पर शर्मिंदगी महसूस होनी चाहिए।
हरीश का अपने ही लोगों पर बमबारी वाला बयान हाल की एक घटना से जुड़ा है। पिछले महीने खैबर पख्तूनख्वा के एक गांव में पाकिस्तानी वायुसेना ने रात भर हवाई हमला किया, जिसमें 30 से ज्यादा लोग मारे गए। भारत ने इसे पाकिस्तान की आंतरिक हिंसा का उदाहरण बताया। हरीश ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद फैलाने, संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकियों को पनाह देने जैसी समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।
सितंबर में जेनेवा में मानवाधिकार परिषद के 60वें सत्र में भारत के काउंसलर क्षितिज त्यागी ने भी पाकिस्तान पर निशाना साधा। त्यागी ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी खराब अर्थव्यवस्था, सैन्य वर्चस्व वाली राजनीति और मानवाधिकार उल्लंघनों पर फोकस करना चाहिए। उन्होंने कहा, पाकिस्तान का प्रतिनिधिमंडल इस फोरम का दुरुपयोग करके भारत पर बेबुनियाद आरोप लगाता है। त्यागी ने सलाह दी कि पाकिस्तान को भारत के कब्जे वाले इलाकों को खाली करने की बजाय अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने, उत्पीड़न रोकने और अपने लोगों पर बमबारी बंद करने पर ध्यान देना चाहिए।
भारत के यूएन में स्थाई प्रतिनिधि पी. हरीश ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सुनियोजित तरीके से नरसंहार करता है। यह एक ऐसा मुल्क है, जो अपने ही लोगों पर बमबारी करता है और दुनिया पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा को समझती है। पी हरीश ने कहा कि जो मुल्क अपने लोगों पर बमबारी करता है, गलत जानकारी देकर दुनिया को भटकाने की कोशिश करता है, वह जम्मू कश्मीर पर बातें करता है। भारत के प्रतिनिधि ने कहा कि दुर्भाग्य से हर साल भारत के खिलाफ पाकिस्तान की भ्रामक बातें उन्हें सुननी पड़ती हैं, खास कर जम्मू कश्मीर को लेकर। जबकि महिला, शांति और सुरक्षा एजेंडे पर भारत का रिकॉर्ड बेदाग है।
उनकी ये टिप्पणी उस वक्त आई जब पाकिस्तानी अधिकारी ने भारत पर आरोप लगाया, कश्मीरी महिलाओं ने दशकों तक यौन उत्पीड़न सहन किया।
भारतीय प्रतिनिधि ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा मुल्क है, जिसने 1971 में ऑपरेशन सर्चलाइट चलाया और फौज द्वारा अपने ही मुल्क की 40,00000 महिलाओं का सामूहिक बलात्कार, नरसंहार करने का अभियान चलाया गया। दुनिया अब पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा को अच्छी तरह समझने लगी है। इससे पहले पिछले हफ्ते पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए भारत ने कहा था कि दुनिया में सबसे खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाला मुल्क पाकिस्तान है। यहां अल्पसंख्यकों पर साजिश के तहत उत्पीड़न और भेदभाव किया जाता है। वह मुल्क अब दूसरों को उपदेश दे रहा है।
दूसरी तरफ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर की नई किताब टिंडर बॉक्स: द पास्ट एंड फ्यूचर ऑफ पाकिस्तान के लॉन्च के दौरान पाकिस्तान को लिजलिजा देश करार दिया। उन्होंने कहा, भारत तो अपनी आर्थिक राह पर मजबूती से चल रहा है, लेकिन पाकिस्तान का भविष्य? यह तो बस ईश्वर ही जानते हैं। उन्होंने भारत की आर्थिक ताकत का जिक्र करते हुए कहा कि आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। ये कोई छोटी बात नहीं है। आने वाले दिनों में, यानी 2030 तक हम तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएंगे। अगर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की ग्रोथ रेट की बात करें, तो 2038 तक क्रय शक्ति समता (पीपीपी) के हिसाब से भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आर्थिक पावरहाउस हो सकता है।
इसी क्रम में रक्षा मंत्री ने दक्षिण एशिया के बाकी देशों से तुलना करते हुए कहा कि अगर आप चारों तरफ नजर डालें, तो पता चलेगा भारत कितना स्थिर खड़ा है। बाकी देशों में जो उतार-चढ़ाव चल रहे हैं। भारत यहां एक चट्टान की तरह खड़ा है– न हिले, न डुले। ये स्थिरता सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर भी है। पड़ोसी देशों की तुलना में हमारी ये मजबूती हमें और मजबूत बनाती है। उन्होंने एमजे अकबर के विश्लेषण का हवाला देते हुए पाकिस्तान को जेली स्टेट (लिजलिजा देश) करार दिया। मतलब, ऐसा देश जो हमेशा लिजलिजी अथवा गलित हालत में रहता है। कभी इधर ढुलकता है तो कभी उधर। राजनाथ ने कहा, पाकिस्तान की मौजूदा हालत को देखें, तो उसके भविष्य के बारे में मैं कुछ नहीं बोलूंगा। वो तो बस ईश्वर ही जानते हैं कि क्या होगा।
एमजे अकबर ने अपनी किताब में पाकिस्तान के लिए जेली-स्टेट (लिजलिजा देश) शब्द का इस्तेमाल किया है। उन्होंने पाकिस्तान को एक विषाक्त लिजलिजा देश बताया। एमजे अकबर का यह विश्लेषण पाकिस्तान के इतिहास और भविष्य को बखूबी बयान करता है।
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