योगी ने दिए सख्त निर्देश: त्योहारों पर शांति भंग करने वालों से निपटें कठोरता से

योगी ने दिए सख्त निर्देश: त्योहारों पर शांति भंग करने वालों से निपटें कठोरता से

लखनऊ, 09 अक्टूबर (एजेंसियां)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश की कानून-व्यवस्था, आगामी पर्व-त्योहारों की तैयारियों और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि सभी पर्व और त्योहार शांति, सौहार्द और स्वच्छता के माहौल में संपन्न हों। उन्होंने अफसरों को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी कीमत पर शरारती या अराजक तत्वों को माहौल बिगाड़ने की इजाज़त न दी जाए।

बैठक में प्रदेश के सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, पुलिस आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक और जोनल एडीजी समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते वर्षों में प्रदेश ने त्योहारों के दौरान बेहतर कानून-व्यवस्था और सामुदायिक सौहार्द का उदाहरण पेश किया है। रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, दुर्गापूजा और दशहरा शांतिपूर्वक सम्पन्न हुए हैं, जिसे “टीम यूपी” की उपलब्धि माना जाना चाहिए। अब इस सकारात्मक परंपरा को जारी रखना ही प्रशासन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आगामी दिनों में धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाईदूज, देवोत्थान एकादशी, अयोध्या दीपोत्सव, वाराणसी देव दीपावली और छठ महापर्व जैसे प्रमुख पर्व आने वाले हैं। इन पर्वों के दौरान सुरक्षा, स्वच्छता और सुशासन की कसौटी पर प्रदेश को खरा उतरना होगा। उन्होंने कहा कि यह समय संवेदनशील है, इसलिए प्रशासनिक और पुलिस व्यवस्था 24×7 अलर्ट मोड पर रहे।

मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि “यह हर्ष और उल्लास का समय है, उपद्रव की कोई गुंजाइश नहीं।” उन्होंने पुलिस और प्रशासन से कहा कि चिन्हित उपद्रवियों को पाबंद करें, सोशल मीडिया पर सक्रिय निगरानी रखें और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि फेक अकाउंट या भ्रामक पोस्ट से माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

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योगी ने दीपावली के संदर्भ में कहा कि पटाखों की दुकानों और गोदामों को आबादी से दूर रखा जाए, फायर टेंडर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और अवैध भंडारण पर सख्त कार्रवाई हो। साथ ही, लाइसेंस और एनओसी समय से जारी किए जाएं ताकि वैध कारोबारियों को परेशानी न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी व्यापारी के उत्पीड़न की शिकायत नहीं आनी चाहिए।

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मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि दीपावली से पहले धर्माचार्यों, समितियों और शांति समितियों के साथ संवाद कायम करें। “धनतेरस और दीपावली के दौरान बाज़ारों में भीड़ बढ़ेगी, इसलिए ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रखी जाए और फुट पेट्रोलिंग हर शाम अनिवार्य हो,” उन्होंने कहा। मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि हर शहर अपनी जरूरतों के अनुसार विशिष्ट ट्रैफिक प्लान तैयार करे ताकि आम जनता को असुविधा न हो।

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योगी ने कहा कि छोटी सी चूक बड़ी घटना में बदल सकती है, इसलिए वरिष्ठ अधिकारी किसी भी संवेदनशील घटना की सूचना पर खुद मौके पर पहुंचें। उन्होंने कहा कि अयोध्या दीपोत्सव और वाराणसी की देव दीपावली में इस बार भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पिछले वर्षों से भी बेहतर होनी चाहिए। इन आयोजनों की गरिमा को ध्यान में रखते हुए सेफ्टी-सिक्योरिटी और क्राउड कंट्रोल के सभी इंतजाम पहले से तैयार रहें।

मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि सभी त्योहार “स्वच्छता और सुरक्षा” के मानक पर आयोजित हों। छठ महापर्व के दौरान घाटों और जलाशयों की सफाई सुनिश्चित की जाए, नदियों को प्रदूषित होने से बचाया जाए और ट्रैफिक का सुव्यवस्थित संचालन किया जाए। उन्होंने नगर विकास और पंचायती राज विभाग को निर्देश दिया कि पूरे प्रदेश में स्वच्छता अभियान विशेष रूप से तेज किया जाए

मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्युत आपूर्ति रोस्टर के अनुसार निर्बाध रहे, ताकि लोग अंधेरे में न रहें। उन्होंने पावर कॉर्पोरेशन को इस दिशा में अग्रिम तैयारी करने का निर्देश दिया।

योगी ने कहा कि आपातकालीन स्वास्थ्य और ट्रॉमा सेवाएं निरंतर चलती रहें। गांवों और शहरों में डॉक्टरों की सुलभ उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी को सख्ती से रोकें, लेकिन जांच के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न न हो।

मुख्यमंत्री ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने क्षेत्र के प्रतिष्ठित नागरिकों और धर्माचार्यों के साथ निरंतर संवाद बनाए रखें। उन्होंने कहा कि मीडिया की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण है; “मीडिया के सहयोग से ही शांति और सौहार्द का माहौल बनाए रखना संभव है।”

उन्होंने कहा कि प्रदेश में सीसीटीवी कवरेज अब व्यापक हो चुका है, जो अपराध की रोकथाम और अनावरण में बड़ी भूमिका निभा रहा है। इसलिए यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी कैमरे सही स्थिति में काम कर रहे हों।

मुख्यमंत्री ने कहा कि त्योहारों के दौरान स्वदेशी मेलों का आयोजन किया जा रहा है, जिससे प्रदेश के कारीगरों, उद्यमियों और हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने निर्देश दिया कि जनता को स्वदेशी उत्पादों की खरीद के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा, “हर जिले में प्रमुख मार्गों पर स्पाइरल लाइट्स लगाई जाएं ताकि एक उज्जवल और सकारात्मक माहौल बने।”

योगी ने यह भी कहा कि आगामी 12 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा होने जा रही है, जिसमें छह लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि लोक सेवा आयोग के साथ तालमेल रखते हुए परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि “युवाओं के भविष्य के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

मुख्यमंत्री के इन निर्देशों के बाद प्रशासनिक मशीनरी पूरी तरह सक्रिय हो गई है। त्योहारों के दौरान शांति, स्वच्छता और सुरक्षा की दृष्टि से यह आदेश प्रदेशभर में अमल में लाए जाएंगे।

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