योगी सरकार ने नशे पर कसी नकेल
कोडीनयुक्त कफसिरप और नॉरकोटिक दवाओं के खिलाफ कार्रवाई
लखनऊ, 04 नवंबर (एजेंसियां)। नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ योगी सरकार ने बड़ी मुहिम छेड़ दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने उत्तर प्रदेश में कोडीनयुक्त कफ सिरप और नॉरकोटिक्स श्रेणी की औषधियों के अवैध भंडारण, क्रय-विक्रय और वितरण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए व्यापक कार्रवाई शुरू कर दी है। इस विशेष अभियान में अब तक प्रदेशभर में लाखों की अवैध नॉरकोटिक और कोडीनयुक्त औषधियां जब्त की गई हैं, 16 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 6 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासनस की आयुक्त डॉ. रौशन जैकब ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश में अब तक 115 प्रतिष्ठानों पर निरीक्षण/छापेमारी की गई, लाखों की औषधियां जब्त की गईं, 115 नमूने जांच हेतु भेजे गए और 16 एफआईआर दर्ज कर 6 गिरफ्तारियां की गईं। जांच में संदिग्ध पाए गए अभिलेखों की अग्रिम विवेचना तक 25 मेडिकल स्टोर्स पर कोडीनयुक्त सिरप एवं नॉरकोटिक औषधियों की बिक्री पर रोक लगाई गई है। प्रदेश भर में कोडीन युक्त नॉरकोटिक ड्रंग्स एंड साईकोट्रॉपिक श्रेणी की औषधियों की अवैध आवाजाही की जांच हेतु संदिग्ध मेडिकल स्टोर की सघन जांच, विशेष अभियान के रूप में जारी है। उन्होंने बताया कि अवैध रूप से नकली एवं नशे के रूप में दुरुपयोग होने वाली औषधि के भंडारण, क्रय-विक्रय अथवा आवाजाही से संबंधित सूचना विभाग द्वारा जारी व्हाट्सप्प नंबर 8756128434 पर दी जा सकती है।
अवैध नॉरकोटिक औषधियों की बिक्री और भंडारण के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने कई जिलों में छापेमारी की है और एनडीपीएस एक्ट में सख्त कार्रवाई की। लखनऊ में 11 अक्टूबर को एक अवैध गोदाम से 3 लाख रुपए की फेंसीपिक टी सिरप जब्त की गई और दीपक मानवानी को गिरफ्तार किया गया। बहराइच में 13 अक्टूबर को रॉयल फार्मा और ममता मेडिकल एजेंसी से 30 हजार की अवैध दवाएं जब्त कर दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। लखीमपुर खीरी में 14 अक्टूबर को पीयुष मेडिकल एजेंसी के मालिक के घर से 68 लाख की ट्रेमाडोल कैप्सूल बरामद कर सरोज कुमार मिश्रा को गिरफ्तार किया गया। वहीं, 4 नवंबर को लखीमपुर खीरी में ही न्यू रॉय मेडिकल एजेंसी से 2 लाख की कोडीन युक्त 1200 बोतलें पकड़ी गईं और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। लखनऊ में इन दवाओं की मार्केटिंग करने वाली कंपनियों आरपिक और राधिका लाइफसाइंसेज प्राइवेट लिमिटेड के डिपो पर भी छापे मारकर रिकॉर्ड जब्त किए गए। इस तरह पूरे प्रदेश में जांच जारी है।
औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम, 1940 की धारा 22(1)(डी) के तहत सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। जांच में पाया गया कि कई मेडिकल स्टोर्स ने कोडीन युक्त सिरप और नशीली दवाओं की खरीद-बिक्री के रिकॉर्ड नहीं दिखाए। इस आधार पर लखनऊ, कानपुर नगर, रायबरेली, सीतापुर, मुजफ्

