सारे रिटायर मिल कर बनाएंगे लड़ने की योजना!

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का हुआ पुनरगठन

सारे रिटायर मिल कर बनाएंगे लड़ने की योजना!

बोर्ड में सात सदस्य, अध्यक्ष होंगे रॉ के पूर्व प्रमुख

नई दिल्ली, 30 अप्रैल (एजेंसियां)। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का पुनरगठन किया गया है। इसमें सात रिटायर अधिकारी शामिल होंगे। सारे रिटायर मिल कर देश को लड़ने की योजना सिखाएंगे! रॉ के पूर्व प्रमुख बोर्ड के अध्यक्ष बनाए गए हैं। पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार की रणनीतिक बैठकों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड में बड़ा फेरबदल किया गया है। सरकार की ओर से पुनर्गठित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड में सात सदस्य होंगे। बोर्ड में तीनों सेनाओं के सेवानिवृत्त अधिकारी शामिल होंगे। सरकार की ओर से केंद्रीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड अनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व प्रमुख आलोक जोशी को बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बोर्ड में पश्चिमी एयर कमांड के पूर्व प्रमुख एयर मार्शल पीएम सिन्हादक्षिणी सेना कमांड के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह और नौसेना कमांडर रियर एडमिरल मोंटी खन्ना को शामिल किया गया है। भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) से रिटायर हुए बी वेंकटेश वर्मा और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) से रिटायर हुए राजीव रंजन वर्मा और मनमोहन सिंह भी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के सदस्य होंगे।

पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक बुलाई। इसके बाद राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीपीए)आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) की बैठक हुई। ताबड़तोड़ बैठकों के बाद एक पूर्ण कैबिनेट की बैठक भी हुई। पहलगाम हमलों के बाद दूसरी बार बुलाई गई सीसीएस पहलगाम की घटना के मद्देनजर सुरक्षा तैयारियों पर चर्चा हुई। सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की पिछली बैठक 23 अप्रैल को हुई थी और पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर विस्तार से विमर्श किया गया था।  

मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने देश के शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की थीजिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंहराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हुए थे। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान भी इस बैठक का हिस्सा थे। बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली थी। बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद पर करारी चोट करना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। पीएम मोदी ने सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमताओं पर पूरा विश्वास और भरोसा जताया। प्रधानमंत्री ने कहाउन्हें (सशस्त्र बलों को) हमारी प्रतिक्रिया के तरीकेलक्ष्य और समय तय करने की पूरी स्वतंत्रता है।