नौ सेना ने अरब सागर में तेज किया अभ्यास
आंतकवाद के पनाहगार पाकिस्तान पर मनोवैज्ञानिक दबाव बढ़ा
नई दिल्ली, 1 मई,(एजेंसी)। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने के लिए भारत ने तैयारी तेज कर दी है। आतंक के पनाहगार पाकिस्तान की हरकतों को रोकने और आतंक को नेस्तनाबूद करने के लिए तीनों सेनाएं अलर्ट मोड पर हैं। भारतीय नौसेना अरब सागर में अपने विशेष आर्थिक क्षेत्र में अभ्यास तेज कर दिया है।
रक्षा विभाग की मानें तो नौसेना ने अपने युद्धपोतों को सतर्क रखा है। हाल के दिनों में अरब सागर में कई जहाज-रोधी और विमान-रोधी फायरिंग की गई है। भारतीय तटरक्षक जहाज भी अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अग्रिम क्षेत्रों में तैनात हैं। गुजरात तट से सटी समुद्री सीमा पर कड़ी निगरानी हो रही है। भारतीय नौसेना पूरे क्षेत्र में अपनी उपस्थिति मजबूत कर रही है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर देशभर में नाराजगी है। पूरा देश इस इंतजार में है कि कब और कैसे भारत आतंकवाद के पनाहगार पाकिस्तान को करारा जवाब देगा। इस बीच भारत की तीनों सेनाओं ने तैयारी शुरू कर दी है। उनका कहना है कि वह किसी भी परिस्थिति में और किसी भी दुश्मन को करारा जवाब देने के लिए तैयार है। कई दिनों से सेनाएं अपना शक्ति प्रदर्शन कर रही हैं।
आईएनएस विक्रांत अरब सागर में तैनात
भारतीय नौसेना ने स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को अरब सागर में तैनात किया था। यह भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक रणनीतिक संकेत माना जा रहा है। तैनाती 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की गई थी।इससे पहले भारतीय नौसेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट किया था। इसमें लिखा गया, 'एकता में शक्ति, उद्देश्यपूर्ण उपस्थिति।' नौसेना ने पोस्ट के साथ कई हैशटैग भी लगाए थे। जैसे- #MissionReady #AnytimeAnywhereAnyhow.
26 लोगों की हुई थी मौत
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम शहर के निकट ‘मिनी स्विटरलैंड’ नाम से मशहूर पर्यटन स्थल पर 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें ज्यादातर पर्यटक थे। यह 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद घाटी में हुआ सबसे घातक हमला था।