"उत्तर प्रदेश में 'यूपी-एग्रीज' और 'एआई प्रज्ञा' कार्यक्रमों का शुभारंभ: कृषि और तकनीकी विकास की नई दिशा"
लखनऊ, 9 मई 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विश्व बैंक समूह के अध्यक्ष अजय बंगा की उपस्थिति में दो महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों—'यूपी-एग्रीज' और 'एआई प्रज्ञा'—का शुभारंभ किया। इन पहलों का उद्देश्य प्रदेश को कृषि और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्रों में अग्रणी बनाना है, जिससे 'वन ट्रिलियन डॉलर' की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।
'यूपी-एग्रीज' कार्यक्रम:
यह ₹4,000 करोड़ की परियोजना पूर्वांचल और बुंदेलखंड के 28 जिलों में आधुनिक तकनीक आधारित खेती को बढ़ावा देगी। विश्व बैंक इस परियोजना के लिए ₹2,737 करोड़ का ऋण 1.23% ब्याज दर पर 35 वर्षों की अवधि के लिए प्रदान करेगा, जबकि राज्य सरकार ₹1,166 करोड़ का अंशदान करेगी। इस योजना से 10 लाख किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा, जिसमें 30% महिलाएं होंगी। 10,000 महिला उत्पादक समूहों को जोड़ा जाएगा और 500 किसानों को विदेशी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
'एआई प्रज्ञा' कार्यक्रम:
इस पहल के तहत प्रदेश के 10 लाख युवाओं को AI, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स और साइबर सिक्योरिटी जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाएगा। कार्यक्रम शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, ग्रामीण विकास और सचिवालय प्रशासन जैसे विभागों के सहयोग से संचालित होगा। माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, अमेजन, इंटेल, एचसीएल और वाधवानी फाउंडेशन जैसी वैश्विक कंपनियां इस कार्यक्रम में भागीदार हैं।
सीएम पोषण मिशन:
मुख्यमंत्री ने 6 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों को पोषक आहार उपलब्ध कराने के लिए 'सीएम पोषण मिशन' की जल्द शुरुआत की घोषणा की। इस योजना के लिए इंडोनेशिया की एक समान पहल का अध्ययन करने हेतु एक टीम भेजी जाएगी।
मुख्यमंत्री का वक्तव्य:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "उत्तर प्रदेश अब भारत का ग्रोथ इंजन बन चुका है। 'यूपी-एग्रीज' और 'एआई प्रज्ञा' जैसे कार्यक्रम प्रदेश को 'वन ट्रिलियन डॉलर' की अर्थव्यवस्था बनाने के हमारे संकल्प को साकार करेंगे।" उन्होंने विश्व बैंक के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह संस्था प्रदेश की उन्नति में हमेशा एक महत्वपूर्ण भागीदार रही है।इस अवसर पर वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह ओलख, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, वर्ल्ड बैंक के उपाध्यक्ष श्री आगस्ते तानो कौमे, कण्ट्री डायरेक्टर (इण्डिया) जॉन और मार्क उपस्थित थे।