सांसद कोटा श्रीनिवास पुजारी ने जन औषधि आदेश पर राज्य सरकार की आलोचना की
उडुपी/शुभ लाभ ब्यूरो| उडुपी-चिक्कमगलूरु के सांसद कोटा श्रीनिवास पुजारी ने राज्य सरकार पर केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रशासनिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है| यहां मीडिया को संबोधित करते हुए सांसद कोटा श्रीनिवास पुजारी ने कहा, राज्य सरकार केंद्र सरकार पर प्रशासनिक दबाव बनाना जारी रखे हुए है| जन औषधि केंद्र पूरे देश में सालाना २,५०० करोड़ रुपये का कारोबार कर रहे हैं|
लोगों को बहुत रियायती दरों पर दवाइयाँ मिल रही हैं - ९५ रुपये की चीनी की गोलियाँ सिर्फ ५ रुपये में मिल रही हैं और ९५ रुपये की कैल्शियम की गोलियाँ ७ रुपये में बेची जा रही हैं| उन्होंने अस्पताल परिसर में चल रहे जन औषधि केंद्रों को बंद करने के राज्य सरकार के निर्देश की कड़ी आलोचना की| उन्होंने कहा अगर आप मुफ्त दवाइयां दे रहे हैं, तो जन औषधि केंद्रों को स्वेच्छा से बंद कर दें| आप बंद क्यों कर रहे हैं? यह कदम गरीब मरीजों के लिए बहुत बड़ा झटका है| यह केंद्र सरकार की कल्याणकारी पहल को विफल करने की एक सुनियोजित साजिश है| सीएम सिद्धरामैया और मंत्री दिनेश गुंडू राव, इस मुद्दे का राजनीतिकरण न करें|
राजनीति के लिए गरीबों को परेशान न करें| भाजपा राज्य सरकार के इस कदम की कड़ी निंदा करती है और इस आदेश को तुरंत वापस लेने की मांग करती है| हाल ही में ईडी की छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद पुजारी ने स्पष्ट किया ईडी की कार्रवाई में केंद्र सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है| ईडी एक स्वायत्त निकाय है, इस तथ्य को एक बार डॉ मनमोहन सिंह ने भी स्वीकार किया था| ईडी दलित और गैर-दलित के बीच अंतर नहीं करता है| यह वित्तीय अपराधों, अवैध संपत्तियों और भ्रष्ट आचरण को लक्षित करता है| इस मुद्दे को जाति या समुदाय के आधार पर कम न करें| कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को ’मिनी वार’ बताए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद ने कहा, ’इसे ’मिनी वार’ कहना हमारे वीर जवानों का अपमान है, जो सीमा पर अपनी जान जोखिम में डालते हैं| वरिष्ठ नेताओं को अपने शब्दों के प्रति अधिक जिम्मेदार होना चाहिए| सीएम सिद्धरामैया को कम से कम विधायक मंजूनाथ कोट्टूर को सलाह देनी चाहिए, जिन्होंने दावा किया है कि उन्होंने चार विमान उड़ाए हैं| ये बयान सरकार और पार्टी को बदनाम कर रहे हैं| जरूरत पड़ने पर संसदीय सत्र बुलाए जाते हैं और जरूरत पड़ने पर युद्ध या राष्ट्रीय सुरक्षा पर विशेष सत्र भी बुलाए जा सकते हैं|
उन्होंने कहा सभी राजनीतिक दलों ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर केंद्र की प्रतिक्रिया का स्वागत किया है| कांग्रेस के भीतर आंतरिक मतभेद और अनुभव की कमी के कारण ऐसे गैरजिम्मेदाराना बयान आ रहे हैं| जब राष्ट्र की बात आती है, तो हमें एकजुट होना चाहिए| विधान परिषद में विपक्ष के नेता चलवाडी नारायणस्वामी को कलबुर्गी में नजरबंद किए जाने की निंदा करते हुए उन्होंने कहा विपक्ष की आवाज को दबाना अलोकतांत्रिक है| क्या यह कांग्रेस का लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सम्मान है? क्या दलितों और पिछड़े वर्गों के लिए लड़ने का दावा करने के बावजूद आप दलित नेता के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं? सांसद ने बताया कि बीवाई विजयेंद्र के नेतृत्व में भाजपा ने एक आपात बैठक बुलाई है और जवाबी कार्रवाई करने का संकल्प लिया है| उन्होंने कहा नारायणस्वामी पहले ही अपनी पिछली टिप्पणियों के लिए खेद व्यक्त कर चुके हैं| राजनीति में ऐसे कई उदाहरण हैं जहां नेताओं ने माफी मांगी है| लेकिन खेद व्यक्त करने के बाद भी उन्हें हिरासत में लेना अक्षम्य है| बातचीत के बजाय आप धमकियों से आवाज दबा रहे हैं|