विधायक पाटिल ने मंत्री जमीर अहमद खान पर सीधे तौर पर आरोप नहीं लगाया: बसवराज रायरेड्डी
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार बसवराज रायरेड्डी ने कहा कि विधायक बी.आर. पाटिल ने मंत्री जमीर अहमद खान पर सीधे तौर पर आरोप नहीं लगाया है| अगर किसी मंत्री के कार्यालय में रिश्वत मांगी जाती है, तो इसकी जांच होनी चाहिए| लेकिन इस कारण से जमीर का इस्तीफा मांगना सही नहीं है|
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार व्यवस्था का हिस्सा है| ऐसा नहीं कहा जा सकता कि यहां कुछ नहीं हुआ है| हम विधायकों की परेशानी समझते हैं| विधायकों में थोड़ा असंतोष और नाराजगी है| लेकिन यह गंभीर रूप में नहीं है| वरिष्ठ नेता बी.आर. पाटिल ने मंत्री पर आरोप नहीं लगाया है| उन्होंने यह नहीं कहा है कि मंत्री जमीर अहमद खान भ्रष्ट हैं या उन्होंने रिश्वत ली है| राजीव गांधी आवास निगम में विधायकों द्वारा दिए गए पत्रों के लिए मकान स्वीकृत नहीं किए गए हैं| विधायकों को मकान देने का अधिकार नहीं है|
कानून में संशोधन कर यह अधिकार ग्राम पंचायतों को सौंप दिया गया है| इसलिए निचले स्तर पर कुछ हो रहा है| यह गलत धारणा है कि विधायक पत्र देंगे तो मकान दे देंगे| उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि बी.आर. पाटिल को इस मामले में कोई जानकारी नहीं है| ग्राम पंचायत ग्राम सभा करके सर्वेक्षण के माध्यम से मकान आवंटित करती है| विधायकों की अध्यक्षता वाली आश्रय समितियां समाप्त कर दी गई हैं| इसलिए कोई नियंत्रण नहीं है|
उन्होंने कहा कि अगर पैसे देकर मकान आवंटित करने के मामले में कोई विशेष शिकायत की जाती है तो जांच कराई जाएगी| सिद्धरामैया की सरकार ने तबादलों में पारदर्शिता लाई है| आबकारी, खान एवं भूविज्ञान विभाग, वाणिज्यिक कर और पंजीकरण विभागों में काउंसलिंग के जरिए तबादलों की अनुमति दी गई है| विधायकों और मंत्रियों के पत्रों के आधार पर तबादलों की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है| इसके जरिए तबादलों में भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है| उन्होंने कहा कि काउंसलिंग व्यवस्था की घोषणा बजट में ही की गई है| भ्रष्टाचार शुरू से ही चल रहा है| इसे खत्म किया जाएगा| बी.आर. पाटिल को विशेष संदर्भ के साथ शिकायत दर्ज करानी चाहिए| इसके बाद जांच कर भ्रष्ट अधिकारियों को निलंबित करने का मौका है|
मैंने मुख्यमंत्री से भी अपील की है कि इस मामले में जो हुआ है, उस पर ध्यान दें| उन्होंने कहा कि ऐसी चीजों को रोकने के लिए विधायकों, मंत्रियों और लोगों का सहयोग जरूरी है| मंत्री जमीर अहमद खान को इस तरह के मुद्दे पर इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है| वह बहुत दयालु और उदार व्यक्ति हैं| वह गरीबों की मदद करने वाले पहले व्यक्ति हैं| वह बहुत दयालु हैं| हालांकि मेरे और उनके बीच ज्यादा घनिष्ठता नहीं है, लेकिन मैं उन्हें अच्छी तरह जानता हूं| बेलूर गोपालकृष्ण ने जो बयान दिया है कि जमीर को इस्तीफा दे देना चाहिए, वह सही नहीं है|
बसवराज रायरेड्डी ने जोर देकर कहा कि जमीर को कैबिनेट में बने रहना चाहिए| मैंने कागवाड़ निर्वाचन क्षेत्र के विधायक राजू कागे के बयान पर गौर किया है| पिछले २ वर्षों से वित्तीय समस्या थी| यह केवल गारंटी योजनाओं के कारण नहीं है| पिछली भाजपा सरकार ने बिना किसी कारण के परियोजनाओं को मंजूरी दी और हजारों करोड़ रुपये बकाया छोड़ दिए| हमारे पास इसे चुकाने के लिए पर्याप्त है|
अब स्थिति में सुधार हुआ है और जुलाई से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र को ५० करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं| उन्होंने कहा कि अगले साल से और अधिक अनुदान देने के अवसर मिलेंगे| सिद्धरामैया अगले ३ साल तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे| उन्हें कोई नहीं हिला सकता| सभी विधायक सिद्धरामैया के पक्ष में हैं| उन्होंने कहा कि विधायकों के बयानों को सरकार या सिद्धरामैया के खिलाफ विद्रोह नहीं माना जाना चाहिए|
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें नहीं पता कि किस मायने में गृह मंत्री परमेश्वर ने कहा कि सिद्धरामैया के पास पैसा नहीं है|