बेंगलूरु में गुंडों की संख्या में वृद्धि
सरकार इस तरह की हरकतों को बर्दाश्त नहीं करेगी: गृह मंत्री
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| गृहमंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने मैलासांद्रा, अनेकल में एक महिला के साथ बदमाशों द्वारा की गई अभद्रता के मामले को गंभीरता से लिया है और चेतावनी दी है कि सरकार इस तरह की हरकतों को बर्दाश्त नहीं करेगी|
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पुलिस विभाग ऐसी घटनाओं के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए है| आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है| समाज में इस तरह की हरकतों को गंभीर माना जाता है| मैंने मीडिया रिपोर्ट में देखा है कि आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान मची भगदड़ के मामले में पुलिस विफल रही है|
मुझे नहीं पता कि उनका क्या मतलब था, मैं इसकी जांच करूंगा और बाद में जवाब दूंगा| पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े और उनके समर्थकों द्वारा एक परिवार पर किए गए हमले की गहन जांच की जरूरत है| सलमान और उनके परिवार ने शिकायत की है कि हाईवे पर आते समय उन पर हमला किया गया| अनंत कुमार हेगड़े ने हमला नहीं किया|
ड्राइवर और बंदूकधारी ने हमला किया| पुलिस ने उन्हें समझाया है कि वे जांच करेंगे कि अनंत कुमार हेगड़े ने हमला करवाया या नहीं| उन्होंने कहा कि वे इंतजार करेंगे और देखेंगे कि जांच में क्या तत्व सामने आते हैं| यह गलत समझा गया है कि मैंने कहा कि सरकारी कामों के लिए पैसे नहीं हैं| मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने ४.९ लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया है| उन्होंने कहा कि किसी भी चीज के लिए पैसे की कमी नहीं है|
सिंचाई के लिए २२ हजार करोड़ रुपये और प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए ५० करोड़ रुपये की कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है| मैंने अपने भाषण में यह सब बताया है| जब कोई मंच पर बोलता था, तो मैं मजाक में जवाब देता था| मैं आधिकारिक तौर पर बोल रहा हूं कि हमारी सरकार में कोई वित्तीय समस्या नहीं है| मैंने स्पष्ट कर दिया है कि कोई वित्तीय संकट नहीं है|
काम का मतलब है एक विस्तृत योजना तैयार की जानी चाहिए| इससे देरी हो सकती है, पैसे जारी होने में देरी हो सकती है| इसके अलावा, मैं स्पष्ट रूप से दोहराऊंगा कि हमारी सरकार में कोई वित्तीय समस्या नहीं है| अगर मेरे बयान को गलत समझा गया है, तो मैं इसे फिर से दोहराऊंगा|
मैंने कुछ विधायकों के बयानों पर ध्यान दिया है| राजू कागे ने कहा कि परियोजना के लिए २५ करोड़ रुपये जारी नहीं किए गए हैं| इसका कारण परियोजना तैयार करने में देरी है, न कि धन की कमी| जब मन परेशान होता है, तो कुछ शब्द मन में आते हैं| राजू कागे ने भी इसी तरह की बात कही है| उन्होंने कहा कि इसे ठीक किया जा सकता है|