आवास विभाग द्वारा आवंटन में कथित भ्रष्टाचार
यह राज्य प्रायोजित भ्रष्टाचार है और सीएम को देना चाहिए इस्तीफा: बी.वाई. विजयेंद्र
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| आवास विभाग द्वारा आवंटन में कथित भ्रष्टाचार के बारे में कुछ कांग्रेस विधायकों द्वारा चिंता जताए जाने के संबंध में विपक्षी भाजपा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया पर निशाना साधते हुए इसे ‘राज्य प्रायोजित भ्रष्टाचार’ बताया और उनके इस्तीफे की मांग की|
यहां मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा, सिद्धरामैया को तुरंत अपना इस्तीफा दे देना चाहिए| अन्यथा राज्यपाल थावरचंद गहलोत को हस्तक्षेप करना चाहिए| उन्होंने घोषणा की कि अगर सिद्धरामैया इस्तीफा नहीं देते हैं तो भाजपा सड़कों पर उतरेगी|
विजयेंद्र ने आरोप लगाया, राज्य को लूटने के लिए पूरी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है| रिश्वत लेने के लिए हर विभाग में काउंटर बनाए गए हैं| पंचायत से लेकर सचिवालय तक कोई भी काम रिश्वत के बिना नहीं हो सकता| उन्होंने मुख्यमंत्री पर अपनी कुर्सी बचाने के लिए संसाधन जुटाने के लिए अपने करीबी मंत्रियों को लक्ष्य देने का आरोप लगाया|
उन्होंने वाल्मीकि एसटी विकास निगम में कथित धन के कुप्रबंधन का हवाला देते हुए पूर्व मंत्री बी. नागेंद्र के इस्तीफे का कारण बताया| विजयेंद्र ने कहा कि इस मामले में आवास मंत्री बी.जेड. जमीर अहमद खान का नाम भी शामिल है| मुख्यमंत्री पर तीखा हमला करते हुए विजयेंद्र ने आरोप लगाया प्रशासन कमीशन माफिया के माध्यम से चलाया जा रहा है| मुख्यमंत्री ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए इस पर आंखें मूंद ली हैं| उन्होंने प्रशासन पर अपनी पकड़ खो दी है| वह पूर्व मुख्यमंत्री देवराज उर्स के सबसे लंबे कार्यकाल के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए सत्ता में बने रहना चाहते हैं|
उन्होंने कहा कि एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक में इस तरह के घटनाक्रम से निराश हैं और इसलिए उन्होंने तीन कांग्रेस विधायकों के भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब देने से परहेज किया| उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के करीबी बी.आर. पाटिल जैसे वरिष्ठ विधायक ने कहा है कि गरीबों को रिश्वत दिए बिना घर मिलना संभव नहीं है, यह दर्शाता है कि सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक निराश हैं| इससे पहले विधायक और कांग्रेस नेता राजू कागे ने कहा था कि अलंद विधायक बी.आर. पाटिल ने कर्नाटक में कुछ सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के आरोप सही लगाए हैं|
एनडब्ल्यूकेआरटीसी के अध्यक्ष ने सोमवार को बेलगावी जिले के कागवाड़ में संवाददाताओं से कहा बी.आर. पाटिल ने कुछ विभागों में भ्रष्टाचार और धीमी गति से काम करने के बारे में जो कहा है, वह सही है| मैं भी अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास की धीमी गति से परेशान हूं|
उन्होंने कहा काम की धीमी गति के लिए लोग हमारी आलोचना कर रहे हैं| मेरे निर्वाचन क्षेत्र के लोगों का सामना करना मुश्किल है| अगर मैं कुछ दिनों में विधायक पद से इस्तीफा दे दूं तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा| इससे पहले गरीबों के लिए घर स्वीकृत करवाने के लिए रिश्वत देने का गंभीर आरोप लगाने वाले सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक बी.आर. पाटिल ने शनिवार को अपने बयान को फिर से दोहराया था, जिससे राज्य सरकार को गंभीर शर्मिंदगी उठानी पड़ी|
शहर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बी.आर. पाटिल ने कहा कि ऑडियो में मैंने ही बात की है| मैंने सच कहा है| जो हो रहा है, वही बताया है| हमारा मूल इरादा यह है कि हम जो जनहितैषी शासन देने के वादे के साथ सत्ता में आए हैं, उसी के अनुसार काम करें| सरकार में भ्रष्टाचार के बारे में मुझे जो कहना था, कह दिया है| मुझे नहीं पता कि मुख्यमंत्री क्या करेंगे| अगर वे मुझे बुलाएंगे, तो मैं जाकर बोलूंगा|
उन्होंने मुझे अभी तक नहीं बुलाया है| मैं खुद नहीं जाऊंगा| भ्रष्टाचार सभी सरकारों में आम बात है| जो लोग सत्ता में आए थे, उन्होंने वादा किया था कि हम जनहितैषी शासन देंगे| उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकाल में ऐसा नहीं होना चाहिए था| उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र की पांच-छह पंचायतों में पैसे देकर घर स्वीकृत करवाए हैं| उनके निर्वाचन क्षेत्र के लिए २,००० घरों की मांग थी| १,९५० घरों को मंजूरी दी गई है| मेरे द्वारा दिए गए पत्रों के लिए घर नहीं दिए गए| पंचायत अध्यक्ष द्वारा दिए गए पत्रों के लिए घर दिए गए|