ऊंची हस्तियों के ओछे धंधे
अवैध सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त हैं बड़ी हस्तियां
29 फिल्मी हस्तियों, टीवी आर्टिस्टों और इन्फ्लुएंसर पर केस
हैदराबाद, 10 जुलाई (एजेंसियां)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 29 बड़ी फिल्मी हस्तियों पर अवैध सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। इन हस्तियों में प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा, राणा दग्गुबाती जैसे कई प्रमुख नाम शामिल हैं। ये सब लोग अवैध बेटिंग ऐप्स को प्रमोट करके लोगों से करोड़ों रुपए ठगने के गंभीर आरोप में फंसे हैं। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में दर्ज पांच प्राथमिकियों के आधार पर प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएएलए) के तहत इन हस्तियों की भूमिका की जांच शुरू की गई है। ईडी को संदेह है कि जंगली रमी, ए टू थ्री, परिमैच और लोटस-365 सहित कुछ प्लेटफॉर्मों के लिए पैसा लेकर प्रचार करने में बड़ी तादाद में अवैध धन का लेन-देन हुआ है। इनमें से अधिकतर हस्तियों पर पहले हैदराबाद और साइबराबाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था। उनके खिलाफ पंजागुट्टा, मियापुर, साइबराबाद
ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों पर सट्टेबाजी और जुए के जरिए करोड़ों रुपए की अवैध धनराशि अर्जित की गई। ईडी ने पीएमएलए के तहत मामला दर्ज करने के लिए पांच प्राथमिकियों का संज्ञान लिया है। जिन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है उनमें मंचू लक्ष्मी, राज, निधि अग्रवाल, प्रणिता सुभाष, अनन्या नागल्ला, श्रीमुखी, श्यामला, वा
कानून के शिकंजे में फंसने के बाद अब ये हस्तियां अपनी सफाई पेश कर रही हैं। विजय देवरकोंडा ने कहा कि उनका ऐ-23 ऐप स्किल बेस्ड गेमिंग है, सुप्रीम कोर्ट ने रमी को लीगल माना है, कोई बेटिंग नहीं। राणा दग्गुबाती ने कहा कि उनका कॉन्ट्रैक्ट 2017 में खत्म हो गया, सब लीगल था। प्रकाश राज ने कहा कि उन्होंने 2016 में जंगली रमी प्रमोट किया, लेकिन एक साल में छोड़ दिया क्योंकि नैतिकता से मैच नहीं कर रहा था। लेकिन जांच एजेंसी का कहना है कि यह अवैध धंधा बहुत बड़े पैमाने पर चल रहा है, जिसे बड़ी-बड़ी फिल्मी और खेल हस्तियां सपोर्ट कर रही हैं और करोड़ों रुपए का वारान्यारा किया जा रहा है। इसके पीछे बड़े-बड़े राजनीतिक सूत्रधार भी बैठे हैं। इस धंधे के कई महत्वपूर्ण सुराग ईडी को हाथ लगे हैं। इस घोटाले का बड़ा दायरा देखते हुए इस मामले में कुछ अन्य जांच एजेंसियों को भी शामिल किए जाने पर विचार किया जा रहा है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फिलहाल अपनी जांच तेज कर दी है। उन लोगों को भी खोजा जा रहा है जिन्हें इन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्मों द्वारा ठगा गया। ऐप्स से होने वाली आय की अनुमानित राशि और इन मशहूर हस्तियों की वास्तविक भूमिका का पता लगाने के लिए एक व्यापक जांच चल रही है। उनके बयान दर्ज होने के बाद ही उनके अपराध के बाबत फैसला किया जाएगा। ईडी अब इन सभी स्टार्स और इन्फ्लुएंसर्स से पूछताछ करने जा रहा है कि उन्होंने कितने पैसे में प्रमोशन किया, पेमेंट कैसे मिला और टैक्स डिटेल्स क्या है। जांच में सामने आया है कि इन ऐप्स के जरिए हजारों करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है। ये ऐप्स युवाओं को जल्दी पैसा कमाने का लालच देते हैं, लेकिन बाद में लोग आर्थिक और मानसिक तौर पर टूट जाते हैं।
बीते साल भी महादेव बेटिंग ऐप का मामला सामने आया था। उस मामले में भी कई बॉलीवुड, टॉलीवुड और टीवी सितारों का नाम उछला था। उस मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भी लिप्त होने का मामला उजागर हुआ था। ईडी की पूछताछ और जांच के बाद साफ होगा कि यह कितना बड़ा घोटाला है।
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