आईएसएस से अनडॉक होकर धरती के लिए निकला स्पेसएक्स ड्रैगन
शुभांशु शुक्ला की रिटर्न फ्लाइट शुरू
नई दिल्ली, 14 जुलाई (एजेंसियां)। देश के यशस्वी सपूत का स्वागत करने के लिए 140 करोड़ लोग पलक पांवड़े बिछाए हैं। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिनों तक रहने के बाद शुभांशु एक्सिओम-4 मिशन के अपने तीन सहयोगी अंतरिक्षयात्रियों के साथ मंगलवार को दोपहर 3:01 बजे प्रशांत महासागर में कैलिफोर्निया तट पर उतरेंगे।
आईएसएस से धरती पर आने में लगभग साढ़े 22 घंटे लगेंगे। शुभांशु और एक्सिओम-4 मिशन के तीन अन्य अंतरिक्षयात्री पृथ्वी की यात्रा पर रवाना हो गए। स्पेसएक्स का क्रू ड्रैगन अंतरिक्षयान सोमवार को आईएसएस से अलग हुआ।
अनडॉकिंग (आईएसएस से अंतरिक्षयान से अलग होने) की प्रक्रिया भारतीय समयानुसार शाम लगभग 4:45 बजे हुई। अनडॉकिंग में 10 मिनट की देरी हुई। अनडॉकिंग के बाद कक्षीय प्रयोगशाला से दूर जाने के लिए उसने दो बार थ्रस्टर्स फायर किए गए।
एक्सिओम-4 मिशन के तहत शुभांशु और तीन अन्य अंतरिक्षयात्री- मिशन कमांडर अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोस्ज उजनांस्की-विस्नीवस्की, हंगरी के टिबोर कापू 26 जून को आइएसएस पर पहुंचे थे। इन अंतरिक्षयात्रियों ने आईएसएस से जुड़ने के बाद से लगभग 76 लाख मील की दूरी तय करते हुए पृथ्वी के चारों ओर लगभग 433 घंटे या 18 दिन तक 288 परिक्रमाएं कीं।
अनडॉकिंग से लगभग दो घंटे पहले ड्रैगन यान में पहुंचे अंतरिक्षयात्री शुभांशु और तीन अन्य अंतरिक्षयात्री अनडॉकिंग से लगभग दो घंटे पहले अंतरिक्षयान में सवार हुए। अपने स्पेससूट पहने और भारतीय समय अनुसार दोपहर 2:37 बजे पर अंतरिक्षयान को आईएसएस से जोड़ने वाले हैच को बंद कर दिया।
अंतरिक्ष स्टेशन के आसपास के सुरक्षित क्षेत्र से बाहर निकलने के बाद अंतरिक्षयात्रियों ने पृथ्वी पर वापसी की साढ़े 22 घंटे की यात्रा के लिए अपने स्पेससूट उतार दिए। स्पलैशडाउन के लिए डी-आर्बिट प्रक्रिया शुरू करने से पहले, अंतरिक्षयात्री फिर स्पेससूट पहनेंगे। स्प्लैशडाउन 15 जुलाई को भारतीय समयानुसार दोपहर 3:01 बजे कैलिफोर्निया तट पर निर्धारित है।
किसी अंतरिक्षयान के पानी में उतरने को स्पलैशडाउन कहते हैं। पृथ्वी पर आने के बाद अंतरिक्षयात्रियों को पुनर्वास कार्यक्रम (लगभग सात दिन) से गुजरना होगा ताकि वह पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल हो सके।